सामग्री गायब होने का रहता है भय
हॉकी मैदान में प्रवेश करने से पहले एक छोटा सा कमरा बना हुआ है, जिसमें खिलाड़ी खेल सामग्री रखते हैं। यहां पर योग करने वाले दल द्वारा भी मैट आदि सामग्री को रख दिया जाता है। पिछले कुछ दिनों से कमरे का दरवाजा एकदम क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे खिलाडिय़ों की खेल सामग्री असुरक्षित रहती है। इस दिशा में भी खेल विभाग द्वारा कोई पहल नहीं की जा रही।
व्यवस्था के साथ असुविधा
शहर में एक मात्र खेल मैदान है। यहां पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग योग, एक्सरसाइज, खेल के लिए खिलाड़ी पहुंचते हैं। ऐसे में यहां पर हर समय खिलाडिय़ों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इतनी भीषण गर्मी में पेयजल तक की व्यवस्था नहीं है। विभाग और प्रशासन एक हैंडपंप तक मुहैया नहीं करा पा रहा। इतना ही नहीं प्रसाधन तक की सुविधा नहीं है, ऐसे में साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि खेल सुविधाओं को लेकर खेल विभाग व जिला प्रशासन कितना गंभीर है।
इनका कहना है
फारेस्ट खेल मैदान का जीर्णाेद्धार होना है। विभाग द्वारा फाइल पीएस के पास भेजी गई है। खेल विभाग और पीआइयू से निर्माण कार्य के लिए बात चल रही है। शीघ्र ही मैदान की दशा सुधारने प्रयास किए जाएंगे।
विजय भार, जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी।