फिर शुरू किया षडयंत्र
प्रभात तिवारी ने पप्पू गुप्ता के दबाव की वजह से अपनी जमीन को फिर बेचने देने के बाद उसके रूपये वापस कर देने की बात कही। यह तथ्य जानते हुए कि यह जमीन पूर्व में बृजकिशोर भार्गव को प्रभात तिवारी ने विक्रय किया हुआ है, लेकिन नामांतरण न होने की वजह से सरकारी रिकॉर्ड में अभी भी ये जमीने प्रभात कुमार तिवारी एवं अन्य के नाम से चली आ रही है। उसके बाद भी पप्पू गुप्ता एवं अन्य सभी ने एक राय होकर मुझे जमीन बेचकर 26 लाख रुपये ले लिए। पप्पू गुप्ता मिला और प्रभात कुमार तिवारी एवं अन्य की जमीन को सही होना बताया।
इन जमीनों के लिए पैसे ऐंठे
26 लाख रु. की धोखाधड़ी के मामले में पीडि़त के मुताबिक प्रभात कुमार तिवारी खसरा क्रमांक 119.120 कुल रकबा 1.68 हेक्टेयर का बैनामा 06 अप्रैल 2016 को अविनाश चंद्र तिवारी निवासी ग्राम हीरापुर कौडिय़ा ने खसरा क्रमांक 121 रकबा 0.56 हे. का बैनामा 31 मार्च 2016 को अमरूल कय्यूम निवासी ईश्वरपुरा वार्ड खसरा क्रमांक 250 .13 रकबा 2.00 हे . का बैनामा 20 जून 2016 को मेरे द्वारा करवाया गया। सम्पूर्ण रकबा 4.24 हे. जिसके लिए सम्पूर्ण भुगतान 31 मार्च 2016 में चेक एवं डिमांड ड्राफ्ट द्वारा रजिस्ट्री करते समय रजिस्ट्रार ऑफिस तहसील कार्यालय कटनी में प्रभात कुमार तिवारी, अविनाश तिवारी, अमरुल कय्यूम को इस तरह कुल भुगतान रकम खाते में 16 लाख 22 हजार रूपये, नगद 10 लाख रु. शिवकुमार गुप्ता उर्फ पप्पू गुप्ता को घर पर दिए गए।
एक ही जमीन कई बार बेंची आरोप
जिस जमीन का बैनामा मेरे नाम पर आरोपियों द्वारा करवाया गया पूर्व में ये जमीन ब्रजकिशोर भार्गव आत्मज स्व. प्रेमकिशोर भार्गव निवासी जयप्रकाश वार्ड नयी बस्ती कटनी को पूर्व में 2009 से 2011 के दौरान बेची जा चुकी है। जमीन क्रय करने के पश्चात भी इन तीनो बैनामा का नामांतरण बृजकिशोर भार्गव ने अपने नाम पर नहीं करवाया। सरकारी रिकॉर्ड में प्रभात कुमार तिवारी एवं अन्य का नाम रहने दिया। बृजकिशोर भार्गव एवं प्रभात कुमार तिवारी ने सोची समझी साजिश के तहत यह जमीन आगे भी मिलकर कई बार बेची और मिलीभगत कर लाखों रूपये की धोखाधड़ी अन्य के साथ भी की है।