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कटनी

मौत के साये में अध्ययन करने विवश छात्राएं!, हैरान कर देगी खबर

सिविल लाइन उमावि के जर्जर भवन को ३ साल बाद भी नहीं गिरा सका विभाग, हर समय दहशत में विद्यार्थी व स्टॉफ

कटनीDec 05, 2017 / 10:22 pm

balmeek pandey

Girl students studying in a shabby school

Girl students studying in a shabby school

कटनी. सावधान! यह भवन जर्जर है…., यहां जाना मना है के संदेश का लगा बोर्ड, जगह-जगह से भवन की दरकीं दीवारें, लटकता हुआ छज्जा, टूट-टूटकर गिर रहा प्लास्टर, डरावना दृश्य। यह नजारा है देश के भविष्यों के मंदिर का। सिविल लाइन स्थित शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का भवन पिछले तीन साल से जर्जर घोषित है। इसके गिराने की प्रक्रिया कागजों में चल रही है। लेकिन आजतक इसे ढहाया नहीं जा सका। हैरानी की बात तो यह है कि मौत के साये वाले माहौल में शहर की छात्राएं अध्ययन करने को विवश हैं। स्कूल की इस समस्या न तो शिक्षा विभाग के अधिकारी ध्यान दे रहे हैं और ना ही प्रशासनिक अफसर। अधिकारी किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहे हैं। स्कूल प्रबंधन लगातार उसे डिस्मेंटल किए जाने मांग की जा रही बावजूद इसके इस गंभीर समस्या को अनदेखा किया जा रहा है। इससे छात्राओं सहित अभिभावकों में भी रोष है।

एक हजार से अधिक पढ़ रहीं छात्राएं
शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिविल लाइन गणेश चौक में प्राथमिक, माध्यमिक, हाई और हॉयर सेकंडरी की कक्षाएं संचालित हो रही हैं। स्कूल दो शिफ्ट में लग रहा है। स्कूल में एक हजार से अधिक छात्राएं अध्ययनरत हैं। इस भवन के साथ ही सामने के कमरे में भी जर्जर हो गए हैं, जिससे छात्राओं को अध्ययन कार्य में दिक्कत हो रही है। छात्राएं ठंड के सीजन में खुले मैदान में पढऩे को विवश हैं। बताया जा रहा है कि प्रतिभा पर्व के कारण और भी समस्या हो रही है। जून २०१५ में तत्कालीन कलेक्टर विकास सिंह नरवाल ने जर्जर भवन को तोड़कर नए भवन निर्माण के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया था। बावजूद इसके तीन साल में अबतक इसे ढहाने व नए भवन की कार्रवाई पूरी नहीं हो सकी। इसके साथ ही प्रसाधन सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं से स्कूल महरूम है।

इनका कहना है
स्कूल परिसर में भवन जर्जर है। हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है। कई बार अधिकारियों से डिस्मेंटल कराने मांग की गई, लेकिन अबतक कार्रवाई नहीं हुई।
उमा वर्मा, प्रभारी प्रचार्य, सिविल लाइन स्कूल।

स्कूलों के जो भी भवन जर्जर हैं उन्हें डिस्मेंटल करने की कार्रवाई की जा रही है। शीघ्र ही संबंधित विभागों और प्रभारियों से इसकी कार्रवाई के संबंध में रिपोर्ट ली जाएगी। इस स्कूल की समस्या को दिखवाया जाएगा।
सुनंदा पंचभाई, एडीएम।

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