52 सीटर बना है छात्रावास
1 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बने छात्रावास में 50 से अधिक छात्राओं को रहने की सुविधा मिलेगी। इसमें सभी वर्ग की छात्राएं रहकर पढ़ाई कर सकती है। दो मंजिला बने इस भवन में 25 कमरे प्रथम व इतने ही कमरे द्वितीय तल में बनाए गए हैं।
नहीं हुई फर्नीचर की भी व्यवस्था
15 दिन से बनकर तैयार हुए बालिका छात्रावास में फर्नीचर की व्यवस्था कराने को लेकर महाविद्यालय प्रबंधन लापरवाह बना हुआ है। भवन सुपुर्द होने के बाद उसमें रहने के लिए पलंग, आलमारी सहित अन्य जरूरी फर्नीचर की खरीदी अब तक नहीं हो पाई है। प्रबंधन उदासीन बना हुआ है।
महाविद्यालय परिसर में बनाए गए छात्रावास का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। निर्माण एजेंसी ने भवन को महाविद्यालय के हैंडओवर कर दिया है। जल्द ही इसे चालू कराया जाएगा।
्डॉ. सुधीर खरे, प्राचार्य, शासकीय तिलक महाविद्यालय।