scriptस्वचलित तिपहिया साइकल मिली तो समझी दूसरे दिव्यांगों की पीड़ा, दिल्ली से लेकर जिला तक अधिकारियों को लिखी चिट्ठी, सपना हुआ पूरा | Got an automatic three wheeler, understood pain other Divyang | Patrika News
कटनी

स्वचलित तिपहिया साइकल मिली तो समझी दूसरे दिव्यांगों की पीड़ा, दिल्ली से लेकर जिला तक अधिकारियों को लिखी चिट्ठी, सपना हुआ पूरा

दिव्यांगजनों को लाभ पहुंचाने खुद के दिव्यंगता को नहीं बनने दी बाधा, डेढ़ साल की मेहनत के बाद अब दिव्यांगों को स्वचलित तिपहिया देने जिले के सभी ब्लॉक मुख्यालयों में लगेंगे शिविर.

कटनीOct 01, 2019 / 12:32 pm

raghavendra chaturvedi

Sandeep says that after the camp, people with disabilities will get an automatic three-wheeler.

संदीप का कहना है कि शिविर के बाद दिव्यांगो को स्वचलित तीनपहिया साइकल मिलेगी तो इनकी जिंदगी बदल जाएगी

कटनी. कैसे आकाश में सूराख हो नहीं सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो। दुष्यंत कुमार की इस कविता को साकार कर दिखाया है कटनी के भट्ठा मोहल्ला में रहने वाले दिव्यांग युवक संदीप रजक ने। बचपन में खेलते-खेलते एक पत्थर फेंकने के कारण गले की नस खिंच गई और शरीर का एक हिस्सा पैरालाइज्ड हो गया। बेटे की इस हालत को देखकर ऑटो रिक्शा चालक पिता को दुख तो बहुत हुआ लेकिन हिम्मत नहीं हारी।
इधर, अपनी पीड़ा पर संदीप ने भी हौसला बनाए रखा और बारहवीं तक की परीक्षा उतीर्ण करने के बाद मोहल्ले के लोगों के लिए आवेदन लिखने का काम करने लगा। तभी टेलीविजन से पता चला कि उनके जैसे दिव्यांगों को सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय से स्वचलित तीनपहिया साइकिल मिलती है। संदीप ने तत्कॉलीन सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत को चिट्ठी लिखी। असर हुआ और संदीप को स्वचलित तीनपहिया मिल गई।
स्वचलित तीनपहिया वाहन पर चलते ही संदीप को खुशी तो मिली, लेकिन इस खुशी के साथ उन्होंने दूसरे दिव्यांगों की पीड़ा समझी और फिर बीड़ा उठाया कि जिले के सभी दिव्यांगों को यह वाहन दिलवाएंगे। इसके लिए 27 फरवरी को पहली चिट्ठी सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री को लिखी। इस पर कार्रवाई नहीं हुई तो एक और पत्र 10 अक्टूबर 2018 को लिखा।
इसके बाद सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय नि:शक्तजन कल्याण विभाग ने 31 अक्टूबर को आर्टिफिशियल लिंबस मैन्यूफैक्चिरिंग कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (एएलआइएमसीओ) एलिम्को को पत्र लिखकर कटनी जिले में शिविर आयोजित करने कहा। इस चिट्ठी पर भी कार्रवाई नहीं हुई तो संदीप ने 28 जून को एक पत्र फिर लिखा और शिविर आयोजित करने कहा। इस पत्र को मंत्रालय ने गंभीरता से लिया और कटनी में शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।
जिले के सभी विकासखंड में शिविर लगने की जानकारी मिलते ही संदीप का जैसे खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने बताया कि दो साल पहले शहर में 164 ऐसे दिव्यांग थे, जिनकी दिव्यंगता 80 प्रतिशत से अधिक थी। संदीप का कहना है कि शिविर के बाद इन दिव्यांगो को स्वचलित तीनपहिया साइकल मिलेगी तो इनकी जिंदगी बदल जाएगी। ये लोग स्वयं का रोजगार कर सकेंगे। अखबार, दूध व अन्य सामग्री वितरण से रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे।
10 से 19 अक्टूबर तक चलेगा परीक्षण शिविर
दिव्यांगजनों को चलित मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल उपकरण प्रदान करने के लिए 10 से 19 अक्टूबर तक शिविर आयोजित किए जाएंगे। कलेक्टर एसबी सिंह ने बताया कि 14 अक्टूबर को नगर निगम और कटनी विकासखंड क्षेत्र का शिविर द्वारिका भवन कटनी में आयोजित होगा। इसी प्रकार 15 को जनपद पंचायत रीठी के सभाकक्ष, 16 को जनपद पंचायत बहोरीबंद सभाकक्ष, 17 को जनपद पंचायत विजयराघवगढ़, नगर परिषद कैमोर, विजयराघवगढ़ क्षेत्र का शिविर मीटिंग हॉल जनपद पंचायत विजयराघवगढ़, 18 को जनपद पंचायत बड़वारा और नगर परिषद् बरही का शिविर जनपद पचायत बड़वारा के सभाकक्ष और 19 अक्टूबर को जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा क्षेत्र का शिविर मीटिंग हॉल जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा में आयोजित होगा।
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