उच्च शिक्षा विभाग की फाइलों में दबा रीठी में सरकारी कॉलेज खोले जाने का प्रस्ताव
पांच माह पहले उच्च शिक्षा विभाग ने शासकीय तिलक कॉलेज प्राचार्य से मंगाई थी जानकारी
क्षेत्र में कॉलेज खोलने को लेकर जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों ने भी नहीं दिया ध्यान

कटनी. जिले के रीठी क्षेत्र में सरकारी कॉलेज खोले जाने की प्रक्रिया पर फिलहाल विराम लग गया है। पांच माह पहले क्षेत्र में सरकारी कॉलेज खोलने को प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने जिले के शासकीय तिलक कॉलेज प्राचार्य से प्रस्ताव मंगाया था। निर्देश के बाद प्राचार्य ने प्रस्ताव बनाकर भी भेज दिया। इसके बाद प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई। फाइल उच्च शिक्षा विभाग में दबकर रह गई। दूसरी ओर क्षेत्र के विद्यार्थियों को सरकारी कॉलेज में पढ़ाई की सुविधा मिले, इसको लेकर जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों ने भी लापरवाही बरती। जिस वजह से मामला अटका पड़ा है। जिले से 40 किमी दूर रीठी क्षेत्र में एक भी सरकारी कॉलेज नही हैं। जिस वजह से क्षेत्र के विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए निजी कॉलेज का सहारा लेना पड़ रहा है। शहर आकर या फिर दूसरे जिले में जाकर सरकारी कॉलेजों में पढ़ाई करनी पड़ रही है।
28 साल से चल रहीं है मांग
रीठी क्षेत्र में सरकारी कॉलेज खोले जाने की मांग बहुत पुरानी है। वर्ष 1992-93 में स्थानीय जनों ने डेढ़ माह से अधिक मांग को लेकर आंदोलन चलाया था। उसके बाद से कई बार ज्ञापन भी सौंपे गए। क्षेत्र की करीब 1 लाख 3 हजार 427 आबादी है और 54 ग्राम पंचायतें हैं। इसके अलावा सीमा से लगे पन्ना जिले के कई गांवों के छात्र भी रीठी आकर पढ़ाई करते हैं। सरकारी कॉलेज की सुविधा न होने से उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है।
भेजा जा चुका है प्रस्ताव
रीठी क्षेत्र में कॉलेज खोलने के लिए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रस्ताव मंगाया था। जिसे बनाकर भेज दिया गया है। प्रस्ताव को भेजे हुए पांच माह से अधिक का समय हो रहा है।
डॉ. सुधीर खरे, प्राचार्य शासकीय तिलक कॉलेज।
फाइल कहां दबी है पता लगवाता हूं
रीठी में सरकारी कॉलेज खोलने की फाइल कहां दबी हैं इसका पता लगवाता हूं। इसके पहले भी रीठी में कॉलेज को लेकर विधानसभा मुद्दा उठाया था। सरकार ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया था। फिर से ध्यानाकर्षण लगाएंगे।
प्रणय पांडे, विधायक, बहोरीबंद।
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