कटनी. जबलपुर से दिल्ली जा रही महाकौशल एक्सप्रेस शनिवार रात उस समय हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बची जब रेलवे ट्रैक के किनारे बनाया गया बांस की बल्ली का मचान पटरियों पर ही जा गिरा। झुकेही के समीप पावर ग्रिड कार्पोरेशन द्वारा
काम करवाया जा रहा है। इसके लिए रेलवे ट्रैक के किनारे बांस की बल्लियों का मचान बनाया गया है। शनिवार की शाम तेज आंधी चलने के बाद बांस की बल्लियां ट्रैक पर जा गिरी। हवा के प्रभाव से जब बल्लियां गिर रही थी, उसी समय 12189 जबलपुर-महाकौशल एक्सप्रेस तेज रफ्तार में कटनी से सतना की ओर चली जा रही थी। यह सुपरफास्ट ट्रेन कटनी से शाम 6 बजे छूटी थी। ट्रेन जैसे ही झुकेही के समीप पहुंची, आंधी से टूट रहे मचान में लगी बांस की बल्लियां तेज रफ्तार महाकौशल एक्सप्रेस के इंजन से जा टकराई। ट्रेन की रफ्तार तेज थी और बांस की बल्लियां ड्राइवर की सुरक्षा के लिए इंजन मेंंं लगी कांच की खिड़कियों को तोड़ते ही अंदर ड्राइवर के केबित तक जा घुसी। बांस की बल्लियों से कांच टूट गया और अचानक हुए हादसे में ट्रेन के ड्राइवर को भी चोटें आई। कटनी और मैहर रेलवे स्टेशन के बीच हुए इस हादसे के कुछ देर बाद ही ट्रेन रुक गई। उस समय तेज आंधी तूफान चल रहा था। ट्रेन के अचानक रुक जाने के बाद यात्रियों में भी हड़कंप मच गया। यात्री ट्रेन से उतरकर देखे तो पता चला कि बांस की बल्लियां महाकौशल एक्सप्रेस के इंजन का हाल बिगाड़ चुकी है। ड्राइवर ने घटना की सूचना रेलवे के उच्चाधिकारियों को दी, और महाकौशल एक्सप्रेस को दिल्ली की ओर रवाना करने के लिए दूसरी इंजन का इंजन का इंतजाम किया गया। घटनास्थल तक दूसरी इंजन के पहुंचते-पहुंचते तीन घंटे का समय लगा। महाकौशल एक्सप्रेस को तीन घंटे बाद रवाना किया गया। रेलवे के जबलपुर जोन पीआरओ गुंजन गुप्ता ने बताया कि महाकौशल एक्सप्रेस के इंजन में बांस की बल्लियां घुसने की जांच करवाई जा रही है।
Home / Katni / जब सैकड़ों यात्रियों से भरी तेज रफ्तार ट्रेन के इंजन में जा घुसी बांस की बल्ली