कब-कब हुई सांभरों की मौत
– 11 दिसंबर 2017 को बड़ारी गांव के समीप मादा सांभर की मौत।
– 17 दिसंबर 2017को बम्हनगवां में मेल सांभर आया श्वान की चपेट में।
– 30 दिसंबर 2017 को मेहगांव में मेल सांभर की मौत।
– 12 जनवरी को बड़ारी राजस्व क्षेत्र में मादा सांभर की श्वान के दौड़ाने से मौत।
इनका कहना है
कैमोर से लगे वनक्षेत्र में एक माह के दौरान चार सांभर की मौत आवारा श्वान के कारण हुई है। हम ग्रामीणों को समझाइस दे रहे हैं कि जंगल से बाहर आने वाले सांभर की सुरक्षा पर ध्यान देवें। -गौरव मिश्रा, एसडीओ, वन कटनी
जंगल से भटककर मंगलनगर बस्ती पहुंचा चीतल
कटनी. जंगल से भटककर रविवार शाम को एक नर चीतल मंगलनगर बस्ती में घुस गया। श्वानों ने चीतल को खदेड़कर घायल कर दिया। जानकारी के अनुसार शाम को अचानक एक नर चीतल भागता हुआ बस्ती में तो उसे श्वानों ने खदेडऩा शुरू कर दिया। लोगों ने उसे श्वानों से बचाया और डॉयल 100 को सूचना दी। पुलिस ने चीतल का प्राथमिक उपचार कराते हुए वन विभाग को जानकारी दी। मौके पर वन विभाग के अधिकारी करन सिंह अमले के साथ पहुंचे और चीतल को पशु चिकित्सालय लेकर पहुंचे, जहां से उसका इलाज कराने के बाद खिरहनी डिपो में रखा गया है। सिंह ने बताया कि सोमवार को डॉक्टर दोबारा जांच करेंगे और उसके स्वस्थ्य होने के बाद वापस जंगल में छोड़ा जाएगा।