हो रही यह समस्या
पटोरी निवासी किसान अनार सिंह, राजेंद्र पटेल आदि ने बताया कि धान की फसल में कंडवा रोग इस समय अपना पैर पसार रहा है। धान की बालियां सूखकर नष्ट होने लगी हैं। यदि यह रोग ज्यादा फैला तो सैकड़ों किसान तबाह हो जाएंगे। रसायनों का स्प्रे कर फसल को नुकसान से बचाया जा सकता है, लेकिन अभी तक क्या उपयोग करना है किसानों को यह भी जानकारी नहीं है। कूड़ा निवासी सुखदेव पटेल, मंगेला निवासी किसान बालकिशन पटेल ने बताया कि कमर तोड़ मेहनत के बाद धान की फसल तैयार होने के बाद अचानक पकने की अवस्था पर बर्बादी के कगार पर पहुंच रही है। क्षेत्र में पिछले वर्ष दवाई छोडऩे के बाद भी फसल को बचाया नहीं जा सका। कई किसान बाजार से दवा लाकर स्प्रे भी कर रहे हैं।
इनका कहना है
किसान बीज उपचार किए बगैर ही फसल लगा रहे हैं। फंगस बीज या मिट्टी के साथ रहता है। बीज उपचार से फंगस खत्म हो जाता है, जिससे रोग नहीं लगता। किसान इस पर ध्यान नहीं देते। तत्काल इसका सर्वे कराया जाएगा और रोग नियंत्रण के दवा छिड़काव की सलाह दी जाएगी।
एके राठौर, उप संचालक कृषि।