बता दें कि जिला अस्पताल परिसर में पहले से ही अतिरिक्त 150 शैय्या की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए काम चालू है। अब बैठक में इस निर्माणाधीन अतिरिक्त बेड वाले क्षेत्र से मुड़वारा स्टेशन की ओर जाने वाले मार्ग तक पक्की सड़क बनाने का प्रस्ताव भी आया। इस संबंध में विधायक संदीप जायसवाल ने कहा कि सड़क निर्माण के वक्त ध्यान रखा जाए कि मार्ग एकदम सीधा हो ताकि वाहनों के आवागमन में दिक्कत न हो। विधायक जायसवाल ने परिसर स्थित पुराने भवनों की जगह पार्किग स्थल बनाने का सुझाव दिया। इस बीच पूर्व महापौर शशांक श्रीवास्तव ने स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर बनाने व परिसर को स्वच्छ व सुंदर बनाने अपने सुझाव रखा।
कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने अस्पताल परिसर में पड़ी पुरानी सामग्री को हटाने के निर्देश दिए। साथ ही पुराने भवन, ट्रामा यूनिट सेंटर व निर्माणाधीन बिल्डिंग को आपस में जोड़ने पर भी विचार विमर्श किया गया। बैठक में जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने पर भी चर्चा की गई। कलेक्टर ने अस्पताल में परिसर में लगाए गए आक्सीजन प्लांट के संबंध में जानकारी ली। इसमें सिविल सर्जन ने बताया कि वर्तमान में लगभग छह घंटे ही प्लांट से ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है।
बैठक में सर्वसुविधायुक्त लैब बनाने के मसले पर कलेक्टर ने कहा कि लैब कचहरी के पुराने भवन में उसे बनाया जा सकता है। इस पर विधायक ने पुरानी बिल्डिग के गलियारे का उपयोग करते हुए नवीन भवन बनाने का प्रस्ताव भी रखा ताकि परिसर में नया रास्ता बनाने की जगह की बचत हो सके। इसके अलावा जिला अस्पताल में सीपेज सुधार, ब्लड बैंक में कम्प्यूटर ऑपरेटरों को तीन महीने के लिए ऑउटसोर्स पर नियुक्त करने, सुरक्षा के लिहाज से बंद कैमरों को दुरुस्त कराने, एक्सरे व सिटी स्कैन मशीन की स्थापित करने पर भी विचार किया गया।
बैठक में इस दौरान सीएमएचओ डॉ. प्रदीप मुढ़िया, सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा आदि मौजूद रहे।