किसान अब खेती में नित नया नवाचार कर रहे हैं, ताकि खेती लाथ का धंधा बन सके। परंपरागत और सीजन की खेती में किसानों को कई बार भारी जोखिम उठाना पड़ता है। मौसम की प्रतिकूलता किसानों की कमर तोड़ देती है, लेकिन अब किसान उद्यानिकी की पहल पर अपने आप को मजबूत बनाने के क्रम में बढ़ रहे हैं। जिले के कई किसान अब मधुमक्खी पालन भी अपना हाथ बंटा रहे हैं। ऐसा ही प्रयास बहोरीबंद के किसान ने किया है। उद्यानिकी अधिकारियों की सलाह पर किसान ने मधुमक्खी पालन का काम शुरू किया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम डुंगरहाई विकासखंड बहोरीबंद के कृषक अशोक सिंह ने शहद उत्पादन के लिए मधुमक्खी पालन का कार्य प्रारंभ किया है। प्रारंभिक तौर पर किसान ने 10 बॉक्स रखकर मधुमक्खी पालन शुरू किया है। जैविक कृषि पाठशाला नैगवां के संचालक रामसुख दुबे के मार्गदर्शन एवं उपस्थिति में कार्य किया जा रहा है। किसान को जैविक खेती के लिए भी जागरुक किया गया है।