जानकार बताते हैं कि मिलर्स ने चिट्ठी तब लिखी जब गोदाम में जमा चावल की जांच के लिए केंद्रीय टीम आ चुकी थी। नान के अफसर ऐसे पत्र को गुणवत्ता में चावल के नमूने फेल होने के बाद दबाव से जोड़कर देख रहे हैं। कटनी नान के प्रबंधक पीयूष माली बताते हैं कि मिलर्स के धान खराब बताए जाने संबंधी पत्र भोपाल भेजा गया है। वहां से टेस्ट मिलिंग के निर्देश है। एफसीआइ की टीम नामित होने के बाद टेस्ट मिलिंग होगी। उनका यह भी कहना है कि जब 14 लाख क्विंटल की मिलिंग में धान खराब नहीं थी तो अब अचानक कैसे हो गई।