कलेक्टर बोले वापस बुलाने दिए हैं निर्देश, आयुक्त से लेकर इलेक्शन सुपरवाइजर तक अंजान
कटनी•Oct 30, 2018 / 09:38 am•
raghavendra chaturvedi
#mpelection आचार संहिता लगने के 22 दिन बाद भी मंत्री के बंगले में डटा कर्मचारी
कटनी. विधानसभा चुनाव की घोषणा 6 अक्टूबर को होने के साथ ही आदर्श आचार संहिता लग गई। इसके बाद चुनाव आयोग के निर्देश पर मंत्री व विधायकों के बंगले में सेवाएं दे रहे कर्मचारियों को वापस बुलाने के निर्देश जारी हुए। कटनी में आयोग के इस नियम का जिले में खुलेआम उलंघन हो रहा। कलेक्टर केवीएस चौधरी ने बताया कि प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री संजय पाठक के यहां सेवाएं दे रहे अनंत कुमार दुबे को वापस बुलाने संबंधी निर्देश आचार संहिता लगने के बाद ही जारी किया गया था।
इधर कलेक्टर द्वारा जारी निर्देश के 22 दिन बाद स्थिति यह है कि मूल विभाग नगर निगम से लेकर चुनाव संचालन के लिए गठित मानव संसाधन विभाग और इलेक्शन सुपरवाइजर को यह नहीं मालूम कि अनंत कुमार दुबे ने मंत्री के यहां से आकर वापसी की सूचना किस विभाग को दी है।
नगर निगम आयुक्त टीएस कुमरे बताते हैं कि राज्यमंत्री संजय पाठक के यहां लगे अनंत कुमार दुबे ने आचार संहिता लगने के बाद हमारे यहां ज्वाइन दी है इसकी जानकारी मुझे नहीं है। ज्वाइनिंग दी होती तो पता होता।
वहीं चुनाव में कर्मचारी ड्यूटी से लेकर मानव संसाधन के दूसरे कार्य देख रहे महिला बाल विकास विभाग मे इंद्रभूषण तिवारी बताते हैं कि आचार संहिता लगने के बाद जनप्रतिनिधियों के यहां लगे कर्मचारियों को वापसी संबंधी निर्देश इलेक्शन सुपरवाइजर से जारी हुआ होगा। इस बारे में वो ही बता पाएंगे।
इधर इलेक्शन सुपरवाइजर आरके बडग़ैया पूरे मामले से अंजान हैं। उन्होंने बताया कि मेरे ध्यान में नहीं है कि अनंत कुमार दुबे को लेकर कोई आदेश जारी हुआ है। इस बारे में दूसरे स्टॉफ शायद बता दें।
पूरे मामले को लेकर कलेक्टर केवीएस चौधरी ने बताया कि आचार संहिता लगते ही मंत्री, विधायक के बंगले व कार्यालय में लगे कर्मचारियों को वापस बुलाने के निर्देश दिए हैं। पता करवाते हैं अनंत कुमार दुबे मामले में क्या कार्रवाई हुई है।