25 मई के बाद से शुरू हो जाती है प्री-मानसून गतिविधियां
जिले के मौसम विभाग के मुताबिक 25 मई के बाद से प्री-मानसून की गतिविधियां शुरू हो जाती है। अरब सागर में कम दवाब का क्षेत्र बनना शुरू हो जाता है। यह एक जून को केरल पहुंच जाता है। प्रदेश में यह मानसून खंडवा के रास्ते पहुंचता है। वहीं बंगाल की खाड़ी से जो मानसून उठता है वह 12 जून को कोलकाता पहुंचाता है। फिर चार दिन बाद प्रदेश में प्रवेश करता है। मप्र के पूर्वी जिलों में यह पहले बारिश कराता है।
यह भी जानिए
-प्रदेश में दो जगहों से मानसून आता है। एक बंगाल की खाड़ी। दूसरा अरब सागर से।
.बंगाल की खाड़ी से जो मानसून आता है वह पूर्वी मध्यप्रदेश के अंतर्गत आने वाले जिलों में सक्रिय होता है। इसमें छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, सिवनी, बैतूल, नरसिंहपुर, बालाघाट, छत्तरपुर, पन्ना, सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, मडंला, डिंडोरी, जबलुपर, दमोह, सागर, रीवा, सतना, कटनी, टीकमगढ़ व निमाड़ी शामिल हैं।
-अरब सागर में बने चक्रवात की वजह से आने वाला मानसून पश्चिमी मध्यप्रदेश के जिलों में सक्रिय होता है। इसमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, खंड़वा, खरगोन, बुरहानपुर सहित अन्य जिले हैं।
-1901.40 तक सबसे पहले मानसून सिवनी जिले में प्रवेश करता था लेकिन 1960 के बाद सबसे पहले खंडवा जिले में पहुंच रहा। सिवनी में यह दो दिन बाद 18 जून को पहुंचता है।
जिला 1901.1940 तक मानसून आने का समय मानसून विदाई का समय
भोपाल 13 जून 26 सितंबर।
छत्तरपुर 15 जून 30 सितंबर।
गुना 15 जून 18 सितंबर।
इंदौर 13 जून 23 सितंबर।
जबलपुर 13 जून 03 अक्टूबर।
खंडवा 10 जून 23 सितंबर।
नीमच 16 जून 17 सितंबर।
सागर 15 जून 30 सितंबर।
सतना 13 जून 05 सितंबर।
सिवनी 10 जून 03 अक्टूबर।
1961 से लेकर 2019 तक मानसून सक्रिय होने और विदाई का समय
भोपाल 20 जून 03 अक्टूबर।
छत्तरपुर 21 जून 03 अक्टूबर।
गुना 23 जून 01 अक्टूबर।
इंदौर 20 जून 03 अक्टूबर।
जबलपुर 19 जून 05 अक्टूबर।
खंडवा 16 जून 05 अक्टूबर।
नीमच 25 जून 26 सितंबर।
सागर 21 जून 04 अक्टूबर।
सतना 21 जून 05 सितंबर।
सिवनी 18 जून 06 अक्टूबर।
-जलवायु परिवर्तन की वजह से 1960 के बाद से मौसम प्रदेश में 7 से 8 दिन बाद सक्रिय हो रहा है। देरी से विदाई भी हो रही। इसकी मुख्य वजह यह है कि पहले पर्यावरण में इनता प्रदूषण नहीं होता था। जंगल भी काफी थे। समय के साथ मौसम में भी बदलाव आ गया। जिसके चलते ऐसा हो रहा है।
संदीप कुमार चंद्रवंशी, मौसम वैज्ञानिक कटनी।