नगर निगम के स्कूलों के जर्जर भवनों का नहीं सुधार, नए सत्र में फिर टपकती छत के बीच अध्ययन करने को मजबूर होंगे छात्र
कटनी•Jun 14, 2018 / 12:06 pm•
mukesh tiwari
Municipal schools not repairs
कटनी. नगर निगम के स्कूलों में बारिश में एक बार फिर से छात्र टपकती छत और दहशत के बीच पढ़ाई करने को विवश होंगे। सत्र की शुरुआत होने को है और अभी तक अधिकांश स्कूलों की मरम्मत का कार्य निगम ने नहीं कराया है। कई स्कूलों में छप्पर झूल रहा है तो कहीं नंगे तारों से छात्रों की जान को खतरा है। बारिश में स्कूलों के परिसरों में भरने वाले पानी की निकासी का प्रबंध भी नगर निगम नहीं करा पाया है जबकि शिक्षा उपकर के नाम पर पूरे शहर से टैक्स वसूला जा रहा है।
वर्षों पुराना साधूराम हाईस्कूल का भवन बदहाल
साधूराम हाईस्कूल का सौ वर्ष से भी पुराना भवन है। पुराने भवन के ऊपर का हिस्सा जर्जर हो चुका है और उसके सुधार का कार्य नहीं कराया गया। भवन के नीचे के हिस्से में कक्षाएं लगती हैं और ऐसे में बारिश के दिनों में गैलरी में पानी भरने के साथ ही छप्पर का हिस्सा नीचे गिरने की आशंका बनी रहती है। स्कूल में कभी छात्रों की संख्या ३०० से ऊपर होती थी जबकि इन दिनों मात्र सवा सौ छात्र ही अध्ययन कर रहे हैं।
केसीएस मिडिल स्कूल का छप्पर जर्जर
नगर निगम कार्यालय के बगल में संचालित केसीएस स्कूल में शहर की छात्राएं अध्ययन करती हैं। दो सैकड़ा से अधिक दर्ज संख्या के बाद भी स्कूल की व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हो सकी हैं। यहां पर मिडिल स्कूल के पुराने भवन का छप्पर जर्जर है और उसके गिरने की आशंका बनी रहती है। इसके अलावा बारिश में कमरों में पानी भर जाता है। परिसर में ही लगाई गई बिजली में नंगे तार झूल रहे हैं और उनसे भी बारिश में करंट आने की आशंका है। स्कूल परिसर में पुराने कमरों को जर्जर घोषित कर बंद कर दिया गया है लेकिन अभी तक उनके गिराने का कार्य नहीं हुआ है, जिससे भी बारिश में छात्राओं को खतरा रहता है।
डेढ़ साल से नहीं गिरा पाए भवन
सिविल लाइन गणेश चौक स्थित पुरवार पुत्री शाला का एक भवन जर्जर व खतरनाक है। जिसे जर्जर घोषित करते हुए तोडऩे के आदेश भी हो चुके हैं। डेढ़ साल का समय बीतने के बाद भी नगर निगम भवन को गिरा नहीं पाया है। जिससे बारिश के दिनों में छात्राओं के दुर्घटना का शिकार होने की आशंका बनी हुई है। मदनमोहन चौबे वार्ड मिडिल व प्राइमरी स्कूल का भवन भी वर्षों से बदहाल है तो बरगवां प्राइमरी व मिडिल स्कूल के भवन में भी टपकते छत के बीच छात्र पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
इनका कहना है…
शहर के नगर निगम के स्कूलों में बारिश पूर्व आवश्यक रिपेरिंग व सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए थे। अधिकारियों से स्कूलों के संबंध में जानकारी ली जाएगी और जहां सुधार की आवश्यकता है उसे पूरा कराया जाएगा।
शशांक श्रीवास्तव, महापौर