ढांचागत विकास के साथ यात्री सुविधाओं पर ध्यान देने की मांग
रेल बजट में कटनी ग्रेड सेपरेटर, कटनी-सिंगरौली डबल लाइन और कटनी-बीना तीसरी लाइन के लिए 1103 करोड़ रूपये का प्रावधान किए जाने के बाद रेल यात्रियों ने रेल अफसर ढांचागत विकास पर तो ध्यान दे रहे हैं, लेकिन कटनी जंक्शन से प्रतिदिन लाखों की तादात में सफर करने वाले यात्रियों की समस्या की अनदेखी की जा रही है।
जानिए क्या कहा शहर के वरिष्ठजनों ने
– रेलवे के अफसर मालभाड़ा पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। कटनी में आने वाले समय में बढ़ते यात्री दबाव को ध्यान में रखकर काम करना चाहिए। ग्रेड सेपरेटर एक तरह का बाईपास है। इससे स्टेशन में यात्री ट्रेनों की आवाजाही सुलभ होगी। रेलवे को कटनी से गुजरने वाली ट्रेनों की टाइमिंग ऐसी रखनी होगी, जिससे यहां आने वाले व्यापारियों को खरीददारी में सहूलियत हो।
सुधीर मिश्रा प्रदेश सचिव मध्यप्रदेश लघु उद्योग संघ।
– शहर के लिए रेलवे जरूरी अंश है। सबसे पहले तो तीनों स्टेशनों को रेलवे सीमा के अंदर से बेहतर कनेक्टिविटी पर ध्यान देना होगा। कटनी साउथ रेलवे स्टेशन में दूसरे हिस्से में प्लेटफार्म विस्तार और सड़क से शहर को जोडऩे पर काम करना चाहिए। यहां बड़ी संख्या में रेलवे के कर्मचारी इस शहर में हैं, उनके लिए सुविधायुक्त रेलवे अस्पताल का विस्तार जरूरी है।
शशांक श्रीवास्तव पूर्व महापौर कटनी।
– कटनी में पहले से ही वाशिंग पिट थी, जिसे बंद कर दिया गया। वाशिंग पिट चालू किया जाए, ताकि कटनी से ट्रेनें प्रारंभ होने पर धुलाई और दूसरे कार्य हो सकें। जब ट्रेनें चलती हैं तो कई ट्रेनें यहां बिना रूके ही चली जाती है। सांसद को इस बारे में विचार करना चाहिए कि कटनी से गुजरने वाली सभी ट्रेनें यहां रूके। जंक्शन होने के कारण इससे यात्रियों का सफर आसान होगा।
गुमान सिंह ग्रामीण जिलाध्यक्ष कांग्रेस कटनी।