प्राप्त जानकारी के अनुसार तान्या पति नीरज वंशकार निवासी भोपाल, कावस जी वार्ड स्थित अपने भाई के घर आई थी। प्रसव पीड़ा के बाद उसे जिला अस्पताल के महिला वार्ड में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने की सूरत में डॉक्टरों ने तत्काल ऑपरेशन की सलाह दी। साथ ही परिवार के लोगों को 6 यूनिट ब्लड का इंतजाम करने को कहा। परिजन सुबह 5 बजे से ब्लड बैंक के सामने बैठ कर उसके खुलने का इंतजारकरते रहे। लेकिन जब साढ़े 9 बजे ब्लड बैंक खुला तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी।
इसकी जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता अजय सरावगी को मिली। उन्होंने बताया दो-तीन बार लैब गए। ब्लड बैंक गए। इसकी जानकारी मिलने पर वह सुबह 8 बजे जिला अस्पताल पहुंचे। फिर इस बात की जानकारी मिलने पर वह जिला अस्पताल पहुंचे। उसके बाद उन्होंने इस अव्यवस्था की जानकारी सिविल सर्जन यशवंत वर्मा और एसडीएम बलवीर रमन को दी। इतने दबाव के बाद भी 9:38 बजे ब्लड बैंक खुला। उन्होंने बताया कि यह जिले का एकमात्र ब्लड बैंक है। ऐसे में 24 घंटे 7 दिन खुले रहने के नियम हैं। लेकिन इस तरह की अव्यवस्था हावी हैं कि कोई सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने जिम्मेदारों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग भी की है।