धान खरीदी के बाद परिवहन में लापरवाही का असर धान के सुरक्षित भंडारण पर पड़ सकता है। जानकारों का कहना है कि मौसम में आए बदलाव के बाद दो दिनों से आसमान में बादल छाए हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि इस दौरान अचानक बारिश होने के बाद हजारों क्विंटल धान खराब हो सकती है।
धान खरीदी की तैयारी दो माह पहले से चल रही है। ऐसे में समय रहते परिवहनकर्ता का चयन नहीं होने के बाद पुराने परिवहनकर्ता को लाभ पहुंचाने का खेल भी माना जा रहा है। जानकारों का कहना है कि धान खरीदी प्रारंभ होने के बाद परिवहन का दबाव बढ़ जाता है। इस बीच पुराने परिवहनकर्ता को वैकल्पिक व्यवस्था में काम देकर लाभ पहुंचाने का खेल चलता है।
धान परिवहन के लिए जिलेभर में 6 सेक्टर हैं। इसमें बहोरीबंद क्रमांक एक और दो, बड़वारा और ढीमरखेड़ा से धान परिवहन के लिए भोपाल से परिवहनकर्ता को ठेका दिया गया। कटनी और विजयराघवगढ़ सेक्टर के लिए अब तक परिवहनकर्ता का चयन नहीं किया गया है।
नान कटनी के प्रबंधक पीयूष माली बताते हैं कि चार सेक्टर में भोपाल से परिवहनकर्ता तय किया गया है। दो सेक्टर में तय नहीं होने के बाद वैकल्पिक व्यवस्था में परिवहनकर्ता तय कर धान का परिवहन करवाया जा रहा है।
फैक्ट फाइल
– उपार्जन केंद्र 102
– पंजीकृत किसान 49937
– विक्रेता किसान 854
– कुल खरीदी 33485 क्विंटल
– कुल परिवहन 1710 क्विंटल
– परिवहन प्रतिशत 5.10