आचार संहिता का बहाना
अक्टूबर और नवंबर माह में बच्चों को साइकिलों का वितरण न किये जाने को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी आचार संहिता का बहाना बनाये रहा। 13 दिसंबर को विधानसभा चुनाव की आचार खत्म गई है। लगभग सवा माह का समय बीत गया, लेकिन अबतक साइकिल वितरण को लेकर ठोस पहल नहीं हुई। अधिकारी दफ्तर पहुंचते हैं, लेकिन टाइम पूरा कर घर वापस आ जा रहे हैं, किसी को बच्चों की समस्या से सरोकार नहीं है।
इतने बच्चे हैं साइकिल के लिए पात्र
ब्लॉक कक्षा 6वीं कक्षा 9वीं
बड़वारा 481 2164
रीठी 472 1377
कटनी 658 1367
विगढ़ 746 1828
ढीमरखेड़ा 771 1700
बहोरीबंद 463 2210
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योग- 3912 10646
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साइकिल को लेकर खास-खास
– कक्षा 6वीं में 18 और कक्षा 9वीं में होना है 20 इंच की साइकिल का वितरण।
– अभी तक कक्षा 9वीं की आधी-अधूरी साइकिलों के तैयार हो पाये हैं कलपुर्जे।
– साइकिलों के कलपुर्जे आने के बाद भी तैयार नहीं हुईं कक्षा 6वीं के साइकिल।
– अभी भी लगभग 300 बच्चों का पोर्टल पर नहीं हो पाया वेरीफिकेशन कार्य।
– मंजरे टोला के बच्चे को भी साइकिल की सुविधा से किया जाना है लाभान्वित।
पार्ट बने शोपीस
साइकिल वितरण के लिए साइकिलों के पार्ट जिला मुख्यालय सहित सभी 6 ब्लॉक में आ गए हैं। उत्कृष्ट और मॉडल स्कूल को नोडल बनाया गया है। इन पार्टों को पोर्टल में पात्रता के अनुसार ब्लॉक को भेजा गया है। वहां से साइकिलें तैयार कर स्कूलों के लिए भेजी जाकर बच्चों को बांटना है, लेकिन अबतक इस दिशा में कारकर कदम नहीं उठाये गए। जनपद शिक्षा केंद्र बहोरीबंद के माध्यमिक स्कूल में प्रवेश लेने वाले बच्चों के लिए अभी पाट्र्स भी नहीं आये हैं।
इनका कहना है
साइकिल वितरण का कार्य जिला स्तर से नहीं हो रहा है। विभाग से जो जानकारी मांग गई थी वह मुहैया करा दी गई है। पोर्टल वेरीफिकेशन हो गया है। कुछ का बचा है। बहोरीबंद ब्लॉक के लिए साइकिलों के पाट्र्स नहीं आये। शीघ्र ही साइकिल वितरण की प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी।
एनपी दुबे, डीपीसी।