जानकारी के अनुसार आमजन की समस्याओं का एक ही जगह पर एक दिन में समाधान हो जाए, इसके लिए प्रदेश सरकार ने समाधान एक दिन की शुरुआत की। जिले की बात करें तो आवेदनों का निपटारा करने लोक सेवा प्रबंधन केंद्रों पर हर दिन अलग-अलग विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना जिले में सिर्फ औपचारिकता निभाने तक ही सीमित होकर रह गई है।
जिलेभर में 8 लोक सेवा केंद्र बनाए गए है
जिलेभर में 8 जगहों पर लोक सेवा केंद्र खोले गए है। इसमें बहोरीबंद, ढीमरखेड़ा, रीठी, बड़वारा, विजयराघवगढ़, बरही व कटनी शामिल है। लोक सेवा प्रबंधन केंद्र से सामान्य प्रशासन, गृह, राजस्व, परिवहन, लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास व रोजगार के अलावा नाखाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग से मिलने वाली योजनाओं को शामिल किया गया है।
शहर में दो लोक सेवा केंद्र बनाए गए है। इसमें शहरी व ग्रामीण क्षेत्र शामिल है। बुधवार दोपहर पत्रिका टीम शहरी क्षेत्र में संचालित दोनों केंद्रों पर पहुंची। केंद्र में बैठने के लिए बनाए गए प्राधिकारी कक्ष में पहुंची, लेकिन कक्ष में सिर्फ खाली कुर्सी मिली। अधिकारी नदारत रहे। ऐसी ही स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों में खुले लोक सेवा केंद्रों की भी है। यहां पर भी अधिकारी नियमित रूप से नहीं आते है।
इनका कहना है
लोक सेवा केंद्र में बैठने के लिए हर दिन अलग-अलग अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। अधिकारी आ रहे है या नहीं इसकी निगरानी की जाएगी।
दिनेश विश्वकर्मा, प्रभारी, लोक सेवा प्रबध्ंान।