जनवरी माह से प्वाइंट ऑफ सेल्स (पीओएस) मशीन से वितरण अनिवार्य किए जाने के बाद 12 हजार लोग सामने ही नहीं आए। इधर जिलेभर में एक साथ बड़ी संख्या में फर्जी नाम से राशन वितरण का मामला सामने आने के बाद अब मामले को दबाने की कोशिशें भी तेज हो गई है। यह प्रयास किया जा रहा है कि गलत नाम काट दिए जाएं, लेकिन यह नहीं बताया जाए कि इनके नाम से कब से राशन आहरित हो रहा था। किस कोटेदार ने कितना राशन निकाला है।
बतादें कि राशन वितरण के दौरान बोगस नाम हटाने की कोशिशें तेज हो गई है। जुलाई माह का राशन वितरण भी आधार सीडिंग के बाद ही किए जाएगा। इस माह उन्ही उपभोक्ताओं का राशन मिलेगा, जिनकी आधार सीडिंग हो चुकी होगी।
जानकारों का कहना है कि जुलाई माह में राशन वितरण के लिए आधार सीडिंग अनिवार्य किया गया है। इस प्रक्रिया के पूरी होने के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी कि जिलेभर में राशन लेने वाले वास्तविक उपभोक्ता आखिर कितने हैं।
पीओएस मशीन से हितग्राही के मौके पर पहुंचने के बाद ही राशन वितरण का प्रावधान लागू होने के बाद राशन वितरण में गड़बड़ी का खुलासा हो रहा है। यहां जनवरी से जून माह में 6 माह के दौरान 12 हजार से ज्यादा परिवारों के नाम आबंटित राशन लैप्स हो रहा है।
जिला आपूर्ति पीके श्रीवास्तव ने बताया कि जिलेभर में 12 हजार से ज्यादा परिवारों का राशन 6 माह से लैप्स हो रहा है। इस माह सरकारी राशन दुकान से राशन लेने वाले हितग्राहियों का आधार सीडिंग अनिवार्य किया गया है। जुलाई माह का राशन भी आधार सीडिंग के आधार पर ही मिलेगा।
कलेक्टर एसबी सिंह बताते हैं कि राशन दुकान में आधार सीडिंग व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। पीओएस मशीन में पात्र हितग्राहियों के आधार नंबर दर्ज करने एवं संशोधन की सुविधा उपलब्ध है। आधार नंबर दर्ज दर्ज करने के साथ-साथ ई केवायसी भी किए जा सकेंगे। प्रक्रिया पूरी होने के बाद वास्तविक उपभोक्ताओं की स्थिति स्पष्ट होगी।
यह भी जानें
– 2 लाख 14 हजार 837 परिवार हैं, जिलेभर में जिनके नाम से आबंटित हो रहा हर माह राशन।
– 9 लाख 50 हजार से ज्यादा सदस्य हैं राशन लेने वाले जिलेभर में। 2 लाख सदस्यों की नहीं है आधार सीडिंग।
– राशन दुकान में दुकानदार ही पीओएस मशीन से हितग्राहियों का करेगा आधार सीडिंग, हितग्राही को भटकना नहीं पड़ेगा।
– 12 हजार परिवारों की स्थिति आधार सीडिंग के बाद और होगी स्पष्ट।