scriptकुआं में डूबने से तीन लोगों की मौत: तत्कालीन सचिव निलंबित, कौन-कौन दोषी इसकी शुरू हुई जांच | Panchayat secretary suspended guilty of incomplete well construction | Patrika News
कटनी

कुआं में डूबने से तीन लोगों की मौत: तत्कालीन सचिव निलंबित, कौन-कौन दोषी इसकी शुरू हुई जांच

रविवार को बहोरीबंद क्षेत्र की ग्राम पंचायत जुझारी में पंचायत द्वारा किसान के खेत में छोड़े गए अधूरे कुआं के कारण दो मासूमों सहित मां की पानी में डूबने से मौत हो गई थी। इस हादसे में ग्राम पंचायत की बड़ी लापरवाही सामने आई। इस मामले में तत्कालीन सचिव को निलंबित कर और कौन दोषी हैं, इसकी जांच शुरू हो गई है।

कटनीOct 18, 2019 / 12:08 pm

balmeek pandey

Panchayat secretary suspended guilty of incomplete well construction

Panchayat secretary suspended guilty of incomplete well construction

कटनी. रविवार को बहोरीबंद क्षेत्र की ग्राम पंचायत जुझारी में पंचायत द्वारा किसान के खेत में छोड़े गए अधूरे कुआं के कारण दो मासूमों सहित मां की पानी में डूबने से मौत हो गई थी। इस हादसे में ग्राम पंचायत की बड़ी लापरवाही सामने आई। इस मामले में तत्कालीन सचिव को निलंबित कर और कौन दोषी हैं, इसकी जांच शुरू हो गई है। जानकारी अनुसार वित्तीय वर्ष 2011-12 में राजकुमार यादव के नाम से कपिल धारा कूप निर्माण योजना के तहत कुआ स्वीकृत हुआ था। राशि एक लाख 81 हजार रुपये जारी हुई थी। इसमें ग्राम पंचायत द्वारा एक लाख 13 हजार रुपये खर्च कर दिया गए, शेष निर्माण को अधूरा छोड़ दिया गया। इसमें प्रथम दृष्टया तत्कालीन सचिव बाला प्रसाद पटेल को दोषी पाया गया। इस मामले में सचिव को निलंबित कर दिया गया है। वहीं मामले में यह जांच की जा रही है और कौन-कौन दोषी हैं। उपयंत्री, ग्राम पंचायत सरपंच और जनपद स्तर के अधिकारियों ने इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया यह भी जांच की जा रही है। ग्राम पंचायत ने कुआं को बंधवाया नहीं था और वर्ष 2017 में कुआं का निर्माण पूर्ण बता दिया गया था।

 

Railway News: दीपावली व छठ स्पेशल से सफर होगा आसान, पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा चलाईं जा रहीं ये खास ट्रेनें

 

सभी सीइओ को होंगे तलब
इस घटना के बाद से जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को कहा है कि कपिल धारा कूप निर्माण योजना के तहत कितने कूप स्वीकृत हुए थे, हितग्राहियों की राशि जारी हुई और कितने पूर्ण हुए उसका सत्यापन करें। यह भी निर्देश दिए गए हैं कि जो भी निर्माण कार्य अधूरे हैं उनका पता लगाएं कि किन कारणों से अधूरे हैं। उनकी राशि जब जारी हो गई है तो पूर्ण क्यों नहीं हुए। इस मामले में कौन-कौन दोषी हैं, उसका पूरा खाखा बनाएं और सख्त कार्रवाई करें। इसके अलावा एक माह के अंदर जितने भी अधूरे कूप हैं उनका निर्माण कराएं।

इनका कहना है
जुझारी में अधूरे कुआं में डूबने से तीन लोगों की मौत पर सबसे पहले तत्कालीन सचिव को दोषी पाया गया है, जिसे निलंबित कर दिया गया है। सभी जनपद के सीइओ को सत्यापन के लिए निर्देश दिए जाएंगे। एक माह के अंदर अधूरे कुआं का निर्माण कराने निर्देश दिए जाएंगे।
जगदीश चंद्र गोमे, जिला पंचायत सीइओ।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो