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यहां तालाबों में बचा पानी पीने को विवश हैं ग्रामीण…जानिए कारण

बहोरीबंद तहसील क्षेत्र में पेयजल संकट, पानी के लिए भटक रहे लोग

कटनीMay 30, 2018 / 12:05 pm

mukesh tiwari

Drinking water crisis

Drinking water crisis

कटनी. गर्मी के अंतिम दौर में बहोरीबंद तहसील के कई गांव पानी के संकट से जूझ रहे हैं। प्रशासनिक व्यवस्थाएं भी गांवों में बेमानी साबित हो रही हैं। नतीजा यह है कि लोग कई जगह नदी, तालाबों में बचे पानी का उपयोग कर रहे हैं तो कई स्थानों पर हैंडपम्पों का जलस्तर कम हो जाने से लोग पानी भरने के लिए रतजगा कर रहे हैं। कई ग्राम पंचायतों में नलजल योजना ठप पड़ी हैं तो हैंडपम्पों ने दम तोड़ दिया है। ऐसे में दो से तीन किमी. दूर तक से लोग निजी बोरिंग से पानी भरने को मजबूर हैं। प्रशासन की ओर से पानी परिवहन की भी ग्राम पंचायतों में पर्याप्त व्यवस्था नहीं कराई गई है और न ही हैंडपम्पों व नलजल योजनाओं को समय पर दुरुस्त कराने का काम किया जा रहा है।
१२ ग्राम पंचायतों में बंद योजनाएं
बहोरीबंद ब्लाक मेंं ७९ ग्राम पंचायतें हैं। जिसमें से १२ ग्राम पंचायतों में पीएचई की ओर से शुरू की गई नलजल योजनाएं बंद पड़ी हैं। ग्राम पंचायतें पैसे न होने की बात कह रही हैं तो कई स्थानों पर योजनाओं को बोरिंग ने ही साथ छोड़ रखा है। तहसील की ग्राम पंचायत मवई, बरतरा, इमलिया, पथराड़ी पिपरिया, चरगवां, गौरहा, भखरवारा, बंधी धूरी, कूडऩ, बसेहड़ी, पटीराजा, कूड़ा में योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है।
आधा दर्जन कर्मचारियों के भरोसे सुधार
तहसील के ग्राम टिकरिया, खिरहनी, कल्हैया कला, पथराड़ी पिपरिया, सलैया प्यासी सहित दर्जन भर गांवों मेंं आधा सैकड़ा हैंडपम्प बंद पड़े हुए हैं। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तहसील क्षेत्र में लगभग दो हजार हैंडपम्प हैं। जिसके सुधार की जिम्मेदारी मात्र पीएचई के आधा दर्जन कर्मचारियों के कांधे पर है। जिसके चलते हैंडपम्पों का सुधार करने एक-एक सप्ताह कर्मचारी नहीं पहुंच पा रहे हैं।
टेंकरों की भी नहीं कराई व्यवस्था
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले साल गर्मी में जिन गांवों में पेयजल संकट था, वहां पर प्रशासन ने टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति कराई थी। इस साल भीषण जलसंकट का समय होने के बाद भी व्यवस्था नहीं कराई गई है और ऐसे में लोगों को बूंद-बंूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने भी आज तक उनकी सुध नहीं ली है।
इनका कहना है…
बहोरीबंद ब्लाक मेंं अल्पवर्षा केकारण पेयजल संकट पैदा हुआ है। जिन ग्राम पंचायतों की नलजल योजना बंद पड़ी है, उनका सुधार कराने पंचायतोंं को राशि देकर सुधार कराया जा रहा है। बिगड़े हैंडपम्पों को सुधारने का कार्य जारी है। साथ ही पंचायतों को टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति कराने के भी निर्देश दिए गए हैं।
इएस बघेल, कार्यपालनयंत्री, लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग

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