जिले की कटनी मुड़वारा विधानसभा क्षेत्र का आधा से अधिक हिस्सा शहरी क्षेत्र में आता है। शहर की आबादी भी लगातार बढ़ रही हैं। यातायात का दबाव भी अधिक है। शहर के भीतर से व्यापार संचालित होने के कारण हर समय भारी वाहनों का आवागमन होता है। यातायात के बढ़ते दबाव की वजह से आमजन को पैदल निकलने में भी हादसे का शिकार होने डर बना रहता है। इधर, शहर के बढ़ते यातायात दबाव को कम करने शहर से लगभग 10 किमी दूर ट्रांसपोर्ट नगर बसाने की योजना तो बनी, लेकिन यह पूरी नही हो पाई। 10 से अधिक समय हो गए, कोई काम नही हुआ।
बढ़ते रोजगार के साधन:
मिर्जापुर-कटनी मार्ग पर बसाए जाने वाले ट्रांसपोर्ट नगर में कमानी मिस्त्री का काम करने वाले संतोष मिश्रा ने कहा कि ट्रांसपोर्ट नगर बस जाता तो रोजगार स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता। वाहन यहां पर खड़े होते तो आय में बढ़ोत्तरी होती। ग्राहक भी बनते। अभी वाहनों का इंतजार करना पड़ता है। पिछले 15 साल से नगर को बसाने कोई काम नहीं हुआ। वहीं ठेकेदारी का काम करने वाले लक्ष्मण सिंह ने कहा कि साल 2009 में वर्तमान विधायक संदीप जायसवाल जब महापौर थे उसी समय ट्रासपोर्ट नगर में कुछ काम हुए थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भूमिपूजन किया था। उसके बाद से कोई काम नही हुआ। चुनाव नजदीक आ गया तो सीवर लाइन बिछाने का काम नगर निगम करवा रहा है।
साल साल से चल रही योजना
ट्रांसपोर्ट नगर को बसाने की योजना साल 1985 से चल रही है। ट्रांसपोटर्स द्वारा नगर निगम को लगभग 4 करोड़ रुपये दिए जा चुके है। कई बार बैठक भी हुई। उसके बाद भी ट्रांसपोर्ट नगर नहीं बस सका। ट्रांसपोर्ट नगर बस जाता तो शहर के बढ़ते यातायात दबाव में कमी आती। बड़े वाहन शहर में नही आते। वहीं से सारा कारोबार संचालित होता। ट्रांसपोर्ट नगर बसाने की योजना सिर्फ कागजों में ही दौड़ रही है।
बीएम तिवारी, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन अध्यक्
आ गई है गति:
ट्रांसपोर्ट नगर बसाने की योजना काफी पुरानी है। अब गति आ चुकी है। कुछ ट्रांसपोटर्स ने जमीन की रजिस्ट्री भी करा ली है। निर्माण कार्य भी शुरू हो चुके है। 45 से अधिक लोगों ने रजिस्ट्री करा ली है। नए लोगों के आवेदन भी मंगाए गए है। ट्रांसपोटर्स में भी विश्वास जमाया है। अब पर वहां पर जाने की उम्मीद भी है।
शशांक श्रीवास्तव, महापौर
वर्तमान सरकार की विफलता है
ट्रांसपोर्ट नगर को न बसा पाना वर्तमान सरकार की विफलता है। जिस वजह से लेटलतीफी हो रही है। हम लोगों ने पिछले कार्यकाल में प्लाट बांट दिए थे। सिर्फ शिफ्ट करने की जरूरत थी। कुछ ट्रांसपोटर्स पैसा भी जमा कर चुके है।
मिथिलेश जैन, नेता प्रतिपक्ष, नगर निगम।