पत्रिका टीम ने गांव पहुंच जानी थी जमीनी हकीकत
इसके बाद पत्रिका टीम पडुआ गांव पहुंची थी। ग्रामीणों से चर्चा की तो गांव वालों ने बताया कि पडुआ गांव से लगा हुआ करहियाकला गांव है जो कच्ची शराब बनाने के लिए बदनाम है। वहीं से शराब गांव में बिकने आती है, जिसके चलते गांव के लोग नशे की लत में आ रहे। इसके बाद पत्रिका ने अवैध शराब का गढ़ बना करहिया, 150 घरों की बस्ती में हर दिन सुलगती हैं भ_ियां शीर्षक से खबर प्रकाशित की। मामले को संज्ञान में लेते हुए एसपी गांव पहुंचे और नरगडिय़ा समाज के लोगों को शराब का कारोबार छोडकऱ अच्छे रोजगार से जुडऩे की समझाइश दी। इस दौरान ग्राम पंचायत सरपंच शंकर नरगडिय़ा और सचिव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
इनका कहना है -करहियाकला और ढुढरी गांव गया था। वहां पर जो समाज कच्ची शराब बना रहा है, उनको यह काम बंद करने और बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए समझाइश दी गई है। नहीं मानने पर सख्त कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी गई है। -ललित शाक्यवार, एसपी