पुलिस ने जप्त की शराब
पुलिस ने कार क्रमांक एमपी 22 सीए 3308 से 27 पेटी सफेद और मसाला शराब जप्त की है। शराब की कीमत लगभग एक लाख रुपये बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी स्लीमनाबाद की ओर से शराब लेकर आ रहे थे जो क्षेत्र में बेचते हैं। उक्त शराब अफसर खान और दीपक यादव द्वारा ले जाया जाना बताया जा रहा है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आबकारी एक्ट 34 (2) का प्रकरण दर्ज करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
इधर खुलेआम बिक रही शराब
कटनी. जिले में न सिर्फ खनिज माफिया सक्रिय हैं बल्कि शराब माफियाओं का भी खेल जारी है। अभी हाल में पुलिस ने सरकारी की सख्ती के बाद शराब, जुआ-सट्टा पर कार्रवाई की है, लेकिन वह सिर्फ दिखावे की रही। अभी भी गांव-गांव खुलेआम शराब का अवैध तरीके से विक्रय एवं परिवहन किया जा रहा है। इस पर न तो पुलिस का नियंत्रण है और न माफियाओं का कार्रवाई का भय। आबकारी विभाग भी हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है। गांवों में खुलेआम शराब की पैकारियां आबाद हैं। ऐसा ही एक मामला बहोरीबंद थाना क्षेत्र के मवई देवरी में सामने आया है, जहां पर जलाशय के समीप एक व्यक्ति द्वारा खुलेआम शराब की बिक्री की जा रही है। मवई देवरी में जलाशय के समीप एक युवक शराब बेच रहा था। उसने अपना नाम प्रकाश पटेल बताया। उसका कहना था कि वह क्षेत्र के भुगनी पटेल के कहने पर प्रतिदिन यहां पर शराब बेचता है। प्रतिदिन यहां से वह दो से तीन पेटी कभी चार पेटी शराब बेच लेता है। लाल और प्लेन शराब की प्रतिदिन बिक्री करता है। शराब बेच रहे युवक ने बताया कि वह कौडिय़ा से शराब लेकर आता है। 60 रुपये की प्लेन और 70 रुपए का मसाला बेचता है।
पकड़ लेती है पुलिस
गांव के कुछ लोग जब शराब बेच रहे युवक से उसके कारोबार के संबंध में पूछा और मोबाइल में रिकॉर्डिंग की तो उसे तनिक भी भय नहीं था। वह कह रहा था कि भुनगी के कहने पर यह सब कर रहा है। जब उससे पूछा गया कि तुम जो यह अवैध करोबार कर रहे हो तो पुलिस नहीं पकड़ती। उसने हंसते हुये कहा कि पकड़ लेती है। याने कि पुलिस की कार्रवाई के बाद वे फिर से शराब बेचने लग जाते हैं। ग्रामीणों की मानें तो पुलिस की सांठगांठ से गांव में शराब का अवैध कारोबार चल रहा है।
बर्बाद हो रहे युवा
गांव के लोगों ने बताया कि पिछले कई दिनों से यहां शराब का अवैध कारोबार चल रहा है। शाम होते ही युवाओं का यहां पर मजमा लग जाता है। आसानी से मिल रही शराब को युवा पीकर न सिर्फ भविष्य को बर्बाद कर रहे हैं, बल्कि आपराधिक गतिविधि को भी अंजाम दे रहे हैं। ग्रामीणों का आरोपी है कि वे इस संबंध में कई बार पुलिस से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन आरोपियों पर कोई कारवाई नहीं हो रही।