100 घंटे करना था जागरुकता से संबंधित कार्य
केंद्र सरकार के स्वच्छता एवं पेयजल मंत्रालय द्वारा मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सहयोग से ग्रामीणों में स्वच्छता के प्रति जागरुकता लाने कॉलेज व यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं के लिए स्वच्छ भारत ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत कॉलेज के छात्रों को पंजीयन कराकर गांवों का चयन करना था। जागरुकता को लेकर 100 घंटे कार्य करना था।
30 हजार से लेकर २ लाख रुपये तक का मिलता पुरस्कार
गांवों में 100 घंटे साफ-सफाई व जागरुकता के कार्य में बेहतर करने वाले छात्र-छात्राओं को 30 हजार से लेकर २ लाख रुपये तक पुरस्कार मिलेगा। प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। यूनिवर्सिटी स्तर पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान आने क्रमश: 30, 20 व 10हजार रुपये की राशि व प्रमाण पत्र दिया जाएगा। राज्य स्तर पर पहला, दूसरा व तीसरे स्थान पर जगह बनाने में क्रमांश 50, 30 व 20 हजार रुपये की राशि से पुस्कृत किया जाएगा। इसी तरह से राष्ट्रीय स्तर पर पहला, दूसरा व तीसरा स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को मानव संधासन विकास मंत्रालय द्वारा क्रमश: २लाख, १लाख व 50 हजार रुपये की राशि से पुरस्कृत किया जाएगा।
इन कॉलेजों के छात्रों ने किया गांवों का चयन:
कॉलेज छात्र संख्या
तिलक कॉलेज 27
कन्या कॉलेज 23
स्लीमनाबाद कॉलेज 08
बरही कॉलेज 10
विजयराघवगढ़ कॉलेज 13
कैमोर साइंस कॉलेज 04
बड़वारा 15 ……………………………. पंजीयन नहीं कराने वाले कॉलेज
-सायना कॉलेज।
-बारडोली कॉलेज।
-टेवाइट कॉलेज।
-केडीसी कॉलेज।
-कटनी आट्र्स एंड कामर्स कॉलेज।
-सरावगी कॉलेज।
-राजीव गांधी कॉलेज रीठी।
-द्वारिका कॉलेज ढीमरखेड़ा।
-एमजीएम कॉलेज।
-वर्धमान कॉलेज।
-नालंदा कॉलेज।
-शासकीय कॉलेज उमरियापान।
-शासकीय कॉलेज सिलौंड़ी।
-शासकीय कॉलेज ढीमरखेड़ा।
इनका कहना है
यह एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है, इसलिए सभी को मिलकर इसका हिस्सा बनना चाहिए। पंजीयन के संबंध में अग्रणी महाविद्यालय को किसी भी निजी संचालक ने कोई जानकारी नहीं दी है, इसलिए यह कहा जा सकता है कि निजी कॉलेजों ने छात्रों का पंजीयन नहीं कराया है। निजी कॉलेजों से सूची भी मंगाई गई थी। बाध्यता नहीं होने के कारण निजी कॉलेजों ने छात्रों का पंजीयन नहीं कराया है।
डॉ.सुधीर खरे, प्राचार्य, शासकीय तिलक कॉलेज।
……………………………