रैपिड एंटीजन टेस्ट में लापरवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मंगलवार को पूरे दिन 181 लोगों की सैंपलिंग हुई। इनकी जांच रिपोर्ट बुधवार सुबह जारी हुई। बुधवार को रैपिड एंटीजन के लिए 198 लोगों की सैंपलिंग हुई, लेकिन बुधवार देररात तक रिपोर्ट जारी नहीं हुई।
इस पर सीएमएचओ डॉ. आरबी सिंह का कहना है कि रैपिड एंटीजन टेस्ट में क्यों विलंब हो रहा है इस बारे में सीएस डॉ. यशवंत वर्मा से चर्चा करते हैं। प्रयास किया जा रहा है इस मामले में मरीजों को परेशानी नहीं हो।
यह है रैपिड एंटीजन टेस्ट
इस टेस्ट में कोरोना संक्रमण की जांच की जाती है। नाक से स्वैब लेकर वायरस में पाए जाने वाले एंटीजन का पता लगाया जाता है। इसमें रिजल्ट आने में बीस मिनट का समय लगता है। अगर टेस्ट पॉजिटिव है तो इसकी विश्वसनीयता सौ प्रतिशत है।
ऐसे समझें मरीजों की परेशानी
जिला अस्पताल में रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाने मरीजों का कहना है कि एक उन्हे आधा घंटे के बजाए 18 से 20 घंटे में रिपोर्ट का पता चलता है। रिपोर्ट निगेटिव होने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा किसी अधिकारिक प्लेटफार्म पर जानकारी प्रसारित नहीं की जा रही है, पॉजिटिव वाले व्यक्तियो से ही संपर्क किया जाता है। कई बार नमूने देने के चौबीस घंटे बाद मरीज को लेने विभाग के कर्मचारी पहुंचते हैं। कई मरीज ऐसे भी हैं, जिन्हे लेने के लिए मरीज आए ही नहीं।