बारिश हुई तो होगा लाभ
किसान पुरषोत्तम सिंह ने कहा कि कुछ दिनों से आसमान पर बादल छा रहे हैं, जिससे किसान बारिश की उम्मीद लगाए हुए बैठे हैं। यदि बारिश होती है तो इससे किसानों को तो लाभ होगा और सिंचाई का कार्य बंद होने से जलस्तर भी नीचे नहीं खिसकेगा। क्षेत्र में नहर और नदियों से सिंचाई की व्यवस्था न होने के कारण किसान ट्यूबवेल बड़ी संख्या में करा रहे हैं। ट्यूबवेल की गहराई ही 200 से 300 फीट कराई जा रही है। जिससे कम गहराई वाले ट्यूबवेल और कुआं समय से पहले ही सूख जाते हैं। इन ट्यूबवेलों से लगातार सिंचाई होने के कारण जलस्तर नीचे खिसक जाता है।
इनका कहना है
सिंचाई के कारण करीब 12 मीटर जलस्तर नीचे खिसक गया है। लेकिन सिंचाई बंद होने के बाद गर्मियों में जलस्तर बढ़ भी जाता है।
अनिल चुम्लके, उपयंत्री पीएचई विभाग