script50 दिन पहले कटनी पहुंच गए थे बदमाश, स्लीमनाबाद बनाया ठिकाना | robbery, miscreant, manappuram bank, arrested, mp police, katni news | Patrika News
कटनी

50 दिन पहले कटनी पहुंच गए थे बदमाश, स्लीमनाबाद बनाया ठिकाना

कटनी से भागे बदमाशों को मंडला पुलिस ने दबोचा, अब कटनी पुलिस कर रही पूछताछ

कटनीNov 28, 2022 / 05:43 pm

narendra shrivastava

robbery, miscreant, manappuram bank, arrested, mp police, katni news

robbery, miscreant, manappuram bank, arrested, mp police, katni news

कटनी। बरगवां स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन फायनेंस लिमिटेड बैंक में दिन दहाड़े डकैती को अंजाम देने वाले पटना-बिहार के बदमाश 50 दिन पहले ही शहर पहुंच गए थे। शहर के एक कारोबारी से बदमाशों ने बाइक खरीदी और इत्मिनान से वारदात को अंजाम देने के लिए साफ्ट टारगेट तलाशा। बदमाश कई दिनों तक शहर की खाक छानते रहे, लेकिन हेलमेट और वाहन चेकिंग अभियान में जुटी कटनी पुलिस को इनकी भनक तक नहीं लगी। पुलिस का मुखबिर तंत्र कमजोर का फायदा बदमाशों को मिला। दूसरी ओर गिरफ्तार किए गए दो बदमाशों से लूटा गया करीब 8 करोड़ रुपए कीमत का 16 किलोग्राम सोना व साढ़े तीन लाख रुपए की रकम न मिलने से पुलिस की नींद उड़ी हुई है। जिस प्रकार से डकैती की वारदात को बदमाशों ने अंजाम दिया है उससे पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। स्लीमनाबाद में बदमाश 8 दिन से किराये का मकान लेकर बिना पुलिस वेरीफिकेशन के रह रहे थे और इसकी भनक न तो पुलिस को लगी और ना ही मुखबिर तंत्र को। रविवार को डकैती में शामिल दो बदमाशों की गिरफ्तारी का खुलासा एसपी सुनील कुमार जैन ने किया। उन्होंने बताया कि बदमाशों ने किस तरह से वारदात को अंजाम दिया और वे किस तरह से पकड़े गए। एसपी ने बताया कि आरोपियों को रिमांड पर लेकर वारदात के संबंध में बारीकी से पूछताछ की जाएगी। पकड़े गए आरोपियों को न्यायालय में पेश करने से पहले पुलिसघटना स्थल पर लेकर पहुंची और बदमाशों से पूछा कि कैसे बैंक में डकैती की वारदात को अंजाम दिया। उल्लेखनीय है कि वारदात के बाद भाग रहे बदमाशों को मंडला जिले की निवास पुलिस ने पकड़कर कटनी पुलिस को सौंपा है।

आठ दिन पहले स्लीमनाबाद में बना लिया था ठिकाना
डकैती की वारदात को अंजाम देने के लिए बदमाशों ने स्लीमनाबाद में भी ठिकाना बना लिया था। 8 दिन पहले गणेश मोहल्ला स्लीमनाबाद में अवधेश दुबे का मकान किराये से लेकर रह रहे थे। वहां से कटनी आकर बैंक की रैकी करते थे। बदमाशों ने जियो कंपनी का टॉवर लगाने के लिए काम शुरू करने का कहकर मकान किराये से लिया था।

7 नवंबर से कर रहे थे रैकी
मणप्पुरम बैंक की बदमाश 7 नवंबर से लगातार 20 दिनों तक रैकी कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के अनुसार 7, 14, 15, 16 नवंबर के अलावा अलग-अलग तारीखों में रैकी की है। स्लीमनाबाद से अंदर कच्चे रास्ते भागने के लिए भी रैकी कर रखी थी। दो बदमाश सतना की ओर भागे हैं। मुख्य आरोपी ढीमरखेड़ा होते हुए कुंडम की तरफ से भागे।

साथी पकड़ाए तो फिर ऐसे दिया चकमा
वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश स्लीमनाबाद, दशरमन, बघराजी होते हुए कुंडम पहुंचे। इस दौरान लोकेशन मिलने पर पुलिस पीछा कर रही थी। चार बदमाश बघराजी से कुंडम की ओर दो बाइकों में चल रहे थे। निवास की तरफ जब जाने लगे तो वहां पर ट्रैप हो गए और दो को पुलिस ने दबोच लिया। पीछे वाली मोटरसाइकिल में दो बदमाश सोना लेकर चल रहे थे, जैसे ही सामने देखा कि साथी पकड़ गए तो तत्काल बाइक मोड़ी और कुंडम की ओर भाग निकले। कुछ किलोमीटर चले और रास्ते में बाइक छोड़ दी। इसके बाद बदमाश किस साधन और किस तरीके से कहां भागे, इसका पता पुलिस लगा रही है।

यहां सर्चिंग कर रही हैं टीमें
बदमाशों को पकडऩे के लिए सर्चिंग में 12 टीमें लगी हुई हैं। 120 पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों की टीम पतासाजी में जुटी हुई है। अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, जबलपुर, कुंडम, नरसिंहपुर दो-दो टीम, पटना-बिहार में तीन टीम सर्चिंग में जुटी हैं।

30-30 हजार का ईनाम घोषित
दिनदहाड़े बैंक में डकैती की वारदात को अंजाम देकर फरार चार अन्य आरोपियों पर आइजी उमेश जोगा ने ईनाम घोषित किया है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 30-30 हजार रुपए के ईनाम की घोषणा की है।

ऐसे बना डकैती के लिए गिरोह
पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि बक्सर जेल में बंद मास्टर माइंड सुबोध सिंह पूरे नेटवर्क को ऑपरेट कर रहा है। इस गिरोह में काम करने के लिए जेल जाना पड़ता है। सरगना जेल में वहां से फिर लूट, डकैती व अन्य अपराध करना सिखाता है। एडवांस पार्टी दी जाती है। कमरा, किराया खर्चा, देकर बाइक से रैकी कराई जाती है। गाडिय़ां अलग-अलग शहरों से खरीदते हैं।

ऐसे शहर से भाग गए बदमाश
10 बजकर 25 मिनट से लेकर 10 बजकर 40 मिनट में वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश स्लीमनाबाद पहुंचे। यहां से सीधे दशरमन के लिए निकले। 11 बजकर 50 मिनट में बदमाशों की लोकेशन दशरमन में मिली, जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। 11 बजे प्वाइंट चलने के बाद स्लीमनाबाद क्रॉस कर चुके थे। गिरफ्त में आए दो बदमाशों ने पुलिस को बताया कि जबलपुर व रीवा-सतना मार्ग इसलिए नहीं गए क्यों वहां कैमरे लगे हैं, पकड़े जाते।

डेढ़ माह पहले शहर से ही खरीदी बाइक
बदमाशों ने डकैती की वारदात में प्रयुक्त बाइक क्रमांक एमपी 21 एमजे 4674 रघुनाथ गंज निवासी कारोबारी सतीश मोदी से 100 रुपए के स्टाम्प पेपर में इकरारनामा, नोटरी कराकर 6 अक्टूबर को खरीदी। यह गाड़ी रणवीर कुमार (25) निवासी मिर्जापुर चुनार उत्तप्ररप्रदेश के नाम से खरीदी गई। सतीश ने बाइक बेचने के लिए ऑनलाइन एप का प्रयोग कियाथा, जिसके माध्यम से बदमाशों ने बाइक खरीदी। घटना को अंजाम देने गाड़ी का नंबर बदल दिया।

Home / Katni / 50 दिन पहले कटनी पहुंच गए थे बदमाश, स्लीमनाबाद बनाया ठिकाना

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो