सीसीटीवी कैमरे से लेस हुआ कोर्ट परिसर
जिला एवं सत्र न्यायालय की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता नहीं होने के कारण चोरी की घटनाएं घटी थी। जिसके बाद साल 2018 में जिला न्यायालय में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए। पूरे कोर्ट परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए। अब दिन हो या रात कोर्ट परिसर में आने व जाने वाले हर व्यक्ति पर कैमरे से नजर रखी जा रही है।
ये रहे चर्चित फैसले:
-पांच साल की मासूम के साथ बलात्कार करने वाले ऑटो चालक को पांच दिन के भीतर
न्यायाधीश ने फांसी का फैसला सुनाया।
-पांच माह के भीतर जिला अदालत ने दूसरी बार नाबालिक के साथ हुए बलात्कार व हत्या करने के मामले में फांसी की सजा सुनाई।
-पीएचई विभाग में पदस्थ एसडीओ ने फाइल में हस्ताक्षर करने के बदले 23 हजार रुपये की मांग की थी। 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अदालत ने आरोपी एसडीओ व बाबू को 4-4 साल की सजा व अर्थदंड से दंडित किया।
– कोतवाली थाना में उपनिरीक्षक के पद पर पदस्थ रहे जमील खान को लोकायुक्त पुलिस ने 2 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। विशेष न्यायालय ने 4 साल की सजा व 10 हजार रुपये के अर्थदंड से दंडित किया।
-प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में केमिस्ट रहे महेंद्र सिंह ने लाइसेंस जारी करने के मामले में बरगवां में खुली बर्तन इंड्रस्टीज के मालिक से 10 हजार रुपये की मांग की थी। 3500 रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त ने केमिस्ट को गिरफ्तार किया था। अदालत ने सजा का फैसला सुनाया था।