हॉल में ही मौजूद रहीं नकल सामग्री
परीक्षा शुरू होने से पहले एग्जाम हाल में प्रवेश करने वाले परीक्षार्थी की बकायदा जांच करना होती है कि कहीं वह नकल लेकर तो नहीं जा रहा। यहां पर चेकिंग तो दूर बकायदा परीक्षा हॉल में ही कुंडी, गाइड, उत्तरपुस्तिकाएं रखवाई गईं थी, ताकि बगैर पढ़े इम्तिहान देने पहुंचे परीक्षार्थियों के रिजल्ट में कोई खामी न आए। पत्रिका के कैमरे को देखकर पर्यवेक्षक फटाफट वहां से नकल सामग्री को हटाने में जुट गए। पूरे समय केंद्राध्यक्ष व अन्य अधिकारी मौजूद रहे और नकल चलती रही।
नहीं हुआ धारा १४४ का पालन
परीक्षा में न सिर्फ खुलेआम नकल चली बल्कि नियमों की भी जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। एग्जाम हॉल के १०० मीटर की परिधी में धारा १४४ लागू होती है, लेकिन इस केंद्र में स्कूल परिसर सहित स्कूल के अंदर ही परीक्षार्थियों के अभिभावक व उनके साथी मौजूद रहे जो समय-समय पर परीक्षार्थियों की नकल में मदद करते दिखे।
इनका कहना है
मैं तो परीक्षा में सहयोग करने आया हूं
परीक्षा केंद्र में खुलेआम चल रही नकल के संबंध में केंद्राध्यक्ष शिक्षक मिलन सिंह का कहना था कि यहां केएस मिश्रा केंद्राध्यक्ष हैं। वे कहीं गए हैं तो मैं प्रभारी केंद्राध्यक्ष हूं। मैं तो यहां बच्चों का सहयोग करने आया हूं। मुझे तो पता ही नहीं की केंद्र में नकल हो रही है। ओएमआर सीट में परीक्षा हो रही है तो कैसे नकल होगी।
करेंगे सख्त कार्रवाई
यदि परीक्षा में नकल की गई तो तत्काल इसकी जांच कराई जाएगी। नकल प्रकरण में केंद्राध्यक्ष, परीक्षा प्रभारी, पर्यवेक्षक सहित अन्य जिम्मेदारों पर कार्रवाई करेंगे। नकल करने वालों व कराने वाले से सख्ती से निबटा जाएगा।
केवीएस चौधरी, कलेक्टर।