दो साल से नहीं जमा की जा रहीं थी खेलकूद शुल्क
नगर निगम द्वारा संचालित साधूराम स्कूल प्रबंधन द्वारा पिछले दो साल से स्कूल शिक्षा विभाग के खेल विभाग को क्रीड़ा शुल्क भी जमा नहीं की जा रही थी। मामला सामने आने के बाद प्राचार्य द्वारा खेल विभाग के अधिकारियों पर जानकारी नहीं देने का आरोप लगाया जा रहा है। बता दें कि खेल गतिविधियों को लेकर प्रदेश सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा 9वीं व 10वीं के हर एक छात्र से 60 रुपये व कक्षा 11वीं-12वीं के छात्रों से 100 रुपये सालभर में एक बार लिया जाता है।
पावती रसीद से पता चल जाएगा
साधूराम स्कूल के प्राचार्य द्वारा लेट फीस जमा की गई है। पावती रसीद देखने से पता चल जाएगा की गलती किसकी है और फीस किस तारीख को जमा की गई है।
अनूप कुमार दांगीवाल, शिक्षा विभाग।
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स्पर्धा में शामिल होने से छात्र वंचित न हो, इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों से फोन पर बात की गई थी। पैसा जमा करने को कहा गया था। बैंक से ड्राफ्ट बनवाने में समय लग गया। अधिकारियों को बच्चों को भेजना चाहिए था।
गायत्री सोनी, प्रभारी प्राचार्य, साधूराम स्कूल।
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