कटनी. एक ओर सरकारें विधवा विवाह के लिए तमाम योजनाएं संचालित करती हैं। पति की अचानक मौत के बाद पत्नी विधवा जीवन के बजाए दूसरी विवाह कर अपनी जिदंगी खुशहाली से बिताए इसके लिए जागरुकता के कार्यक्रम चलाती है। दूसरी ओर किसी महिला ने समाज में सदियों से चली आ रही बेडिय़ों को तोड़ते हुए विधवा होने के बाद दूसरी विवाह कर ले तो उसे सरकारी योजना के लाभ से ही वंचित कर दिया जाए। जिले के स्लीमनाबाद निवासी किरण बाई के पति के नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि स्वीकृत हुई थी। एक किश्त मिल भी गया था तभी पति की मौत हो गई। पति की मौत के कुछ माह बाद किरण ने दूसरी शादी कर ली। किरण द्वारा दूसरी शादी करते ही गांव के सचिव ने पीएम आवास योजना से मिलने वाली आवास निर्माण की दूसरी किश्त रोक दी। किश्त रुकते ही किरण के मकान का
काम रुक गया। परेशान होकर वो मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्ट्रेट पहुंची और कलेक्टर वीएस चौधरी को परेशानी बताई। कलेक्टर ने जांच कर जरुरी कार्रवाई के निर्देश दिए। मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जनसुनवाई में145 आवेदकों ने अपनी समस्या कलेक्टर को बताई। जनसुनवाई में बड़वारा जनपद के ग्राम खहरटा से आये आवेदक अमर कुमार दाहिया ने अनुकंपा नियुक्ति के संबंध में आवेदन कलेक्टर को दिया। उसने बताया कि उसके पिता ग्राम इमलिया के शासकीय स्कूल में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत थे। जिनकी 18 अक्टूबर 2016 को सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। इस पर कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के लिये निर्देशित किया। बड़वारा जनपद के ग्राम सुड्डी से आये राजाराम राठौर ने धान की फसल में हुई धोखाधड़ी की शिकायत कलेक्टर से जनसुनवाई में की। उसने बताया कि वर्ष 2016 में उसकी 37 क्विंटल धान की फसल रजरवारा निवासी धान व्यापारी द्वारा ले ली गई थी। लेकिन उसका भुगतान संबंधित द्वारा अब तक नहीं किया गया है। इस पर कलेक्टर केवीएस चौधरी ने एसडीएम विजयराघवगढ़ को प्रकरण की जांच कर ठोस कार्रवाई के निर्देश दिए।
Home / Katni / विधवा ने किया दूसरा विवाह, इधर रुक गई सरकारी सहायता