डॉ. बछोतिया का कहना है कि हर व्यक्ति का शरीर अलग-अलग होता है। जब हम कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन का पहला डोज लेते हैं तो किसी की प्रतिरोधक क्षमता 60 से 80 प्रतिशत ही बढ़ती है जबकि कई लोगों की 85 से 90 प्रतिशत तक लेकिन जब हम वैक्सीन का दूसरा डोज लेते हैं तो हमारे शरीर की मजबूती बढ़ती है और प्रतिरोधक क्षमता 95 प्रतिशत या उससे अधिक तक बढ़ जाती हैं।
यही वाइरस को हमारे शरीर का नुकसान करने से रोकती है। डॉ. बछोतिया का कहना है कि इसलिए कोविड से बचाव के लिए दूसरा डोज लगवाना अत्यंत ही जरूरी है। एक्सपर्ट डॉ. बछोतिया का यह भी कहना है कि यदि आपको कोरोना हो चुका है तो भी वैक्सीन के दोनों डोज अवश्य लगवाएं। उनका कहना है कि संक्रमण का शिकार होने के दौरान हमारे शरीर में मौजूद संक्रमण से लडऩे में ही ऊर्जा समाप्त हो जाती है। ऐसी स्थिति में दोनों डोज लगवाना जरूरी है ताकि दोबारा संक्रमण होता है तो उसमें गंभीर रूप से बीमार होने की आशंका न के बराबर होती है।
उनका कहना है कि जब हम वैक्सीन का दूसरा डोज लेंगे तभी संभावित तीसरी लहर से हमारा बचाव हो सकेगा। उन्होंने बताया कि महा अभियान के दौरान गर्भवती महिलाएं भी टीका लगवा सकती हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को भीड़-भाड़ में परेशानी न हो इसके लिए जिला अस्पताल सहित जिले के ब्लाक स्तर और विजयराघवराघगढ़ सिविल अस्पताल में प्रत्येक मंगलवार व शुक्रवार को टीकाकरण की व्यवस्था कराई गई। जिसमें सिर्फ गर्भवती महिलाओं को ही टीके लगाए जाते हैं।