इनका कहना है
धान ओपन कैप में क्यों भीग गई इसे तत्काल दिखवाया जाएगा। इन दिनों वहां पर लोडिंग भी चल रही है। धान की सुरक्षा में कर्मचारियों ने यदि लापरवाही बरती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शिखा वर्मा, जिला विपरण अधिकारी।
सोमवार की शाम हुई बारिश से ओपन कैप मझगवां में रखी धान एक बार फिर भीग गई है। यहां पर रखी हजारों क्विंटल धान भीग गई है। इसमें विपणन विभाग की गंभीर लापरवाही सामने आई है। यहां पर ओपन कैप में बड़ी मात्रा में समर्थन धान रखी हुई है जिन्हें तिरपाल से ढक कर रखना था, लेकिन विपरण विभाग के कर्मचारियों द्वारा धान को ढंका नहीं गया और तेज बारिश के कारण पूरी धान भीग गई है।
कटनी•May 19, 2020 / 09:42 pm•
balmeek pandey
Thousands of quintals of paddy drenched due to rain
कटनी. सोमवार की शाम हुई बारिश से ओपन कैप मझगवां में रखी धान एक बार फिर भीग गई है। यहां पर रखी हजारों क्विंटल धान भीग गई है। इसमें विपणन विभाग की गंभीर लापरवाही सामने आई है। यहां पर ओपन कैप में बड़ी मात्रा में समर्थन धान रखी हुई है जिन्हें तिरपाल से ढक कर रखना था, लेकिन विपरण विभाग के कर्मचारियों द्वारा धान को ढंका नहीं गया और तेज बारिश के कारण पूरी धान भीग गई है। बता दें कि कुछ माह पहले भी धान भीग कर हजारों क्विंटल खराब हो गई थी, जिसको पत्रिका ने प्रमुखता से उजागर किया था। अब एक बार फिर विभाग की गंभीर लापरवाही सामने आई है। धान की सुरक्षा को लेकर विभाग के अधिकारी भी गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहे हैं। किसानों द्वारा खून-पसीना बहाकर पैदा किए गए अनाज की अफसर मोल ही नहीं समझ रहे।
इनका कहना है
धान ओपन कैप में क्यों भीग गई इसे तत्काल दिखवाया जाएगा। इन दिनों वहां पर लोडिंग भी चल रही है। धान की सुरक्षा में कर्मचारियों ने यदि लापरवाही बरती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शिखा वर्मा, जिला विपरण अधिकारी।