एक फ्रीजर कई माह से खराब
कटनी. जिला अस्पताल में प्रतिदिन औसतन दो से तीन शव पोस्टमार्टम के लिए पहुंचते हैं। पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे शवों की शिनाख्त न होने व रात्रि आदि में मौत होने पर दूसरे दिन पीएम के लिए उन्हें मर्चुरी में रखवा दिया जाता है। मर्चुरी में शव सुरक्षित रहें इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लाखों रुपए के तीन फ्रीजर क्रय किए गए हैं। इनमें से एक फ्रीजर लगभग दो साल से खराब पड़ा है। पत्रिका द्वारा लगातार मर्चुरी में शव सडऩे व कर्मचारियों को हो रही इस समस्या का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन हरकत में आया और एक फ्रीजर को आनन-फानन में सुधरवाया गया, लेकिन एक फ्रीजर सुधरवाने ध्यान नहीं दिया जा रहा। मर्चुरी के कर्मचारियों की मानें तो यदि दो से तीसरा शव मर्चुरी में आता है तो फिर उसे खुले में रखना पड़ता है। एक फ्रीजर में सिर्फ चार शव ही आ पा रहे हैं। जबकि एक फ्रीजर खराब पड़ा है। जीआरपी सहित अन्य थाना क्षेत्रों में अज्ञात शवों को 72 घंटे शिनाख्तगी के लिए रखने की बाध्यता होती है, ऐसे में कर्मचारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।