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कटनी

जानिए 9 साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी क्यों नहीं बन पा रही कैंटीन

आरइएस विभाग व ठेकेदार की लापरवाही के कारण बंद पड़ा काम, कॉलेज प्राचार्य बोले निर्माण कार्य पूरा करने कई बार दे चुके हैं सूचना, नहीं कोई असर
 

कटनीOct 14, 2018 / 04:23 pm

dharmendra pandey

tilak college

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कटनी. 9 दिन चले अड़ाई कोस….यह कहावत शासकीय तिलक कॉलेज में बन रहे कैंटीन पर फिट बैठती है, क्योंकि जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है। स्थिति यह है कि 9 साल से अधिक समय से बनाए जा रहे कैंटीन में किसी तरह से छत तो पड़ गई है, लेकिन प्लास्टर व रंगाई-पुताई होना बाकी है। पिछले कई दिन से काम भी बंद पड़ा हुआ है। ऐसे में निर्माण कार्य की यदि यहीं गति तो रही कॉलेज प्रबंधन को कैंटीन की छपाई, रंगाई व पुताई के लिए इतने ही साल का और इंतजार करना पड़ सकता है। उल्लेखनीय है कि शासकीय तिलक कॉलेज में कैंटीन नहीं थी। छात्र व कर्मचारियों को चाय नस्ते के लिए बाहर जाना पड़ रहा है। जिले का लीड कॉलेज होने के कारण परिसर में एक कैंटीन हो, इसके लिए जिले के पूर्व विधायक गिरिराज किशोर पोद्दार ने विधायक निधि से 7 लाख रुपये से अधिक की राशि दी थी। आरइएस विभाग ने काम शुरू कराया। कुछ दिन तक काम चला। इसके बाद रुपये की कमीं का बहाना बताकर निर्माण एजेंसी ने काम बंद कर दिया। कई साल तक काम बंद पड़ा रहा। साल 2018 में अधूरे पड़े कैंटीन को बनवाने कॉलेज प्रबंधन ने प्रस्ताव बनाया। जनभागीदारी निधि से 5 लाख रुपये की आरइएस विभाग को राशि दी। रुपये मिलने के लगभग 3 माह बाद आरइएस विभाग ने दोबारा काम शुरू कराया। इस बीच कई दिन तक को काम लगातार चला। इसके बाद अचानक बंद हो गया।

कई बार दे चुके हैं पत्र
कॉलेज में निर्माणाधीन कैंटीन का काम पूरा कराने कई बार आरइएस विभाग से पत्राचार किया गया है। पिछले कई दिन से निर्माण कार्य बंद पड़ा है। इस संबंध में निर्माण एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई है। निर्माण कार्य में लगने वाली राशि पहले ही विभाग को दी जा चुकी है।
डॉ. एसके खरे, प्राचार्य, तिलक कॉलेज।
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