ये दीगर है कि क्रय केंद्रों पर समर्थन मूल्य पर गेंहूं की खरीद से पहले प्रशासन की ओर से तमाम दावे किए गए थे, कहा गया था कि किसी किसान को चिंतित होने की जरूरत नहीं, हर केंद्र पर पुख्ता इंतजाम होंगे। लेकिन मई महीने में हुई बारिश ने प्रशासन के दावे की हवा निकाल कर रख दी है।
बता दें कि रविवार की शाम करीब 5 बजे के खमतरा में हुई बरसात ने किसानों की साल भर की मेहनत पर पानी फेर दिया। दरअसल ढीमरखेड़ा क्षेत्र के अधिकांश गेहूं क्रय केंद्र खुले आसमान में चल रहे हैं। खमतरा सहकारी सेवा समिति के इन केंद्रों में अन्नादाता से खरीदा गया गेहूं खुले आसमान के नीचे रखा हुआ है। उधर क्रय केंद्र प्रभारी के अनुसार केंद्र में चार दिन से बिजली नहीं है। इसकी वजह से गेहूं की बोरी की सिलाई का कार्य प्रभावित हो रहा है। यही वजह है कि पूरे केंद्र में भरी हुई बोरिया फैली हुई थी। इसी बीच बारिश होने से सब गड़बड़ हो गया।