पत्र में यह लिखा
4 फरवरी को जारी किए गए पत्र में बड़वारा परियोजना अधिकारी ने लिखा है कि ऋुटिवस पुताई की 3000 रुपये राशि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता केंद्र क्रमांक-1 व 3 के खाते में जमा हो गई है। जिसे निकालकर कार्यालय में जमा करे। जबकि कार्यकताओं के खाते में यह राशि सीधे जिला कार्यालय से भेजी गई थी।
पहले भी सामने आई गड़बड़ी, मामला दबाने में जुटे अधिकारी
आंगनबाड़ी केंद्रों की रंगाई-पुताई के लिए आई राशि में गड़बड़ी की शिकायत लगातार आ रही है। आंगनबाड़ी में राशि आने के बाद कार्यकर्ताओं पर दबाव बनाकर वसूली की शिकायत विभाग के पीएस तक पहुंंची। इस मामले को लेकर पूर्व में पत्रिका में प्रमुखता से खबर प्रकाशन के बाद विभाग के आला अधिकारी अब इस पूरे मामले में दबाने में जुट गए हैं।
-आप तो कार्यालय आइए वहीं पर जानकारी दूंगा। फोन पर मैं कुछ नहीं बताउंगा। मेरे पास आहरण संवितरण का अधिकार नहीं है। चर्चा भी हो जाएगी।
रवि शंकर पांडेय, परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग बड़वारा।
-परियोजनाधिकारी के पास आहरण संवितरण का अधिकार नहीं है। यह बात सहीं है, लेकिन ब्लॉक स्तर पर कंट्रोलिंग अधिकारी होने के कारण जारी कर सकता है। पत्र में जो त्रुटिवस लिख गया था, वह नहीं लिखना था। रंगाई-पुताई तो करानी पड़ेगी।
नयन सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी।