बता दें कि हफ्ते भर पहले अपने गृह जनपद आए डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने संकेत दिये थे कि जिले की कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए बदलाव किया जाएगा। केशव मौर्य के लखनऊ लौटने के दो दिन बाद ही जिले के पुलिस अधीक्षक रहे अशोक कुमार पाण्डेय का तबादला कर 100 डायल लखनऊ में एसपी रहे प्रदीप गुप्ता ने जिले का चार्ज दिया गया।
जिले की कमान सम्भालते ही एसपी प्रदीप गुप्ता ने सबसे पहले बालू लदे ओवरलोड वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया। जिले मे दलेलागंज, जमुनापुर, उमरवल, कटरी, महिला, कटैया, भखंडा व फुलवा में यमुना नदी से बालू खनन का पट्टा है। इन्ही घाटों से बालू लादकर ट्रक व ट्रैक्टर सड़कों पर फर्राटा भरते हैं। जिले में कमान सम्भालने के बाद दौरे पर निकले एसपी प्रदीप गुप्ता को सड़क पर जहां भी ओवरलोड बालू लदे वाहन दिखे वहीं उसका चालान कटवा दिया। इस प्रकार एक ही दिन में जिले के विभिन्न थानों मे ओवरलोड बालू लदे 50 ट्रक व ट्रैक्टर का चालन काट उन्हे सीज कर दिया गया। एसपी के सख्त कार्यवाही से जिले के बालू कारोबारियों मे हड़कंप मच गया। थानों के बाहर बालू लदे वाहनों की लंबी लाइन लग गई।
पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता का कहना है कि शासन की मंशानुरूप जिले की सड़कों पर ओवरलोड वाहन चाहे वह बालू लदे हुये हो या फिर किसी और तरह के उन्हें नहीं चलाने दिया जाएगा। ओवरलोड वाहनों के खिलाफ आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी। एसपी की कार्यवाही के बाद यह भी सवाल उठाने लगा है कि क्या इससे पहले ओवरलोड बालू वाहन जिले की सड़कों पर नहीं चल रहे थे? पिछले 25 दिनों से बालू का खनन हो रहा है, इतने दिनों मे महज दर्जन भर वाहनों के खिलाफ ही कार्यवाही हुई है।
by Shiv Nandan Sahu