इसके साथ ही सड़क खुद जाने के बाद आए दिन हादसे हो रहे थे थे। इस बाबत पत्रिका ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया था। इसके बाद डीएम ने खबर को संज्ञान में लेते हुए वन विभाग व बिजली विभाग को अपने हिस्से के काम को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया था। दोनों विभागों का काम पूरा होते ही एक बार फिर सड़क निर्माण कर्य तेजी से शुरू हो गया।
कौशाम्बी जिले के मूरतगंज बाजार से इलाहाबाद जाने वाली टूलेन जीटी रोड पर कुछ सालों से यातायात का दबाव काफी बढ़ गया है। जिसकारण तीस किमी की दूरी तय करने में डेढ़ से दो घंटे का समय लग जाता हैं जिसकी मुख्य वजह जगह-जगह सड़क पर जाम लगना है जाम कि समस्या से निजात से निजात और सफर में लगने वाले समय को कम करने के लिए जिला प्रशासन ने शासन को सड़क को फोर लेन बनाने का प्रस्ताव भेजा। शासन ने इस पर मुहर लगाते हुये एक सौ सत्ताईस करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली इस फोर लेन सड़क पर लगभग डेढ़ महीने पहले काम शुरू करा दिया था।
सड़क के चौड़ीकरण का काम शुरू होने के बाद वन विभाग व बिजली विभाग ने तकनीकी पेंच फंसा दिया। वन विभाग जहां रास्ते मे पड़ने वाले पेड़ नहीं कटवा रहा था तो वहीं बिजली विभाग अपने खंभों व तार की शिफ्टिंग न करने से काम रूक गया था। इस दौरान कार्यदाई संस्था ने लगभग दो किमी सड़क की खुदाई कर डाला था। सड़क किनारे गड्ढे होने से आए दिन हादसे होने लगे, हादसे मे कई लोगों को जन भी गवानी पड़ी। इस बाबत पत्रिका जब इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया तो जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने मामले का संज्ञान लिया तो काम एक बार फिर शुरू हो गया।