बता दें कि पराली न जलाने के लिए कृषि विभाग किसानों को जागरूक करने का भी अभियान चला रहा है। माननीय उच्च न्यायालय के सख्त निर्देशों के बावजूद किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के साथ अब कौशांबी जिले के भी किसान पराली जलाने में जुट गए है। खेतों में फसल काटने के बाद पड़े अवशेष को किसान बेखौफ होकर जला रहे हैं। पराली जलाने से उससे निकलने वाला धुआं वातावरण को जहरीला कर रहा है।
हैरत की बात तो यह कि जिला मुख्यालय में भी किसान पराली जलाने से नहीं हिचक रहे हैं। बृहस्पतिवार को जिला मुख्यालय के एक खेत में भरी दोपहर किसान ने अपने खेतों में पराली जला दिया। पराली जलाने से धुआं उठा तो अधिकारी हरकत में आए। मौके पर पहुंचे उप कृषि निदेशक उदय भान सिंह गौतम ने किसान को पकड़ लिया। किसान के ऊपर पांच हजार रुपये का आर्थिक दंड भी लगाया गया।
उप कृषि निदेशक की मानें तो जिले में अब तक लगभग तीन दर्जन किसानों के ऊपर पराली जलाने को लेकर आर्थिक दंड लगाया जा चुका है। किसान अपने खेतों में पराली को ना जलाएं इसके लिए उन्हें जागरूक भी किया जा रहा है। किसानों को बताया जा रहा है कि किस तरीके से खाद आदि का छिड़काव कर पराली को खेतों में ही नष्ट किया जा सकता है।
BY- SHIV NANDAN SAHU