मध्यप्रदेश व राजस्थान के बांधों से छोड़े गए लाखों क्युलेसिक पानी से यमुना नदी इन दिनों उफान पर है। कौशांबी जिले में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। चायल विधानसभा के मल्हीपुर, पिपरहटा सहित आधा दर्जन गांव बाढ़ की जद में है। इसी तरह मंझनपुर के भी कई गांव बाढ़ के आगोश में है। यमुना का पानी इलाके के कई गांव में अंदर तक घुस गया है। आधा दर्जन गांव के लोग जिले के बाकी के अन्य गांवों से सड़क मार्ग से कट गए। जिन सड़कों पर कल तक वाहन फर्राटा भरते थे वहां आज नावे चल रही है। स्थानीय ग्रामीण नाव के सहारे आसपास के बाजारों से जरूरत का सामान खरीद कर घर पहुंचा रहे हैं।
बाढ़ की विभीषिका झेल रहे ग्रामीणों से मिलने के लिए कौशांबी सांसद विनोद सोनकर व चायल विधायक संजय गुप्ता बृहस्पतिवार को मल्हीपुर गांव पहुंचे जहां उन्होंने ग्रामीणों को बाढ़ से निपटने में हर संभव मदद का आश्वासन दिया। सांसद विनोद सोनकर ने बाढ़ की चपेट में आए चार ऐसे परिवारों को प्रधानमंत्री आवास देने की घोषणा किया जिनके मकान बाढ़ में जमींदोज हो गए हैं। सांसद व विधायक ने जिला प्रशासन को सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि बाढ़ प्रभावितों को किसी तरीके की तकलीफ ना होने पाए इसका ख्याल रखा जाए। सांसद विधायकों ने दावा किया है कि वह बाढ़ प्रभावितों की हर संभव मदद को हमेशा खड़े रहेंगे।