नगर के सिद्धपीठ व शक्ति पीठ देवी मंदिरों में साल दर साल मनोकामना ज्योति कलश की संख्या बढ़ती ही जा रही है। जिले के साथ-साथ अन्य जिले व दूसरे राज्य के श्रद्धालु भी मनोकामना के लिए नगर के नौ सिद्धपीठ देवी मंदिरों में कुल 8175 ज्योति प्रज्ज्वलित कराएं गए हैं। सबसे अधिक मां विंध्यवासिनी मंदिर में 4001 ज्योति कलश प्रज्ज्वलित हुए। इसी तरह से सभी देवी मंदिरों में ज्योति कलश की संख्या बढ़ चुकी है। पूरे नौ रूप में अलग-अलग स्थानों पर विराजमान देवी मां के दर्शन के लिए बाहर से भी श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
रानी दुर्गावती चौक व कुम्हार पारा से गुरुवार की सुबह से देर रात तक भीड़-भाड़ रही, क्योंकि यहां पर देवी प्रतिमाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा था। जैसे ही देवी प्रतिमा तैयारी होते, समिति के लोग गाडिय़ों से जयकारे की ध्वनि के साथ ले जाते रहे। देर रात तक मूर्तियों में रंग रोगन का कार्य चलता रहा। इसके चलते कई समितियों को देवी स्थापना के लिए देर रात का इंतजार करना पड़ा। हर मोहल्ले में देवी स्थापना की गई है।