भाजपा को पूर्ण भरोसा है कि वह इस विधानसभा फिर से निकालेंगे, क्योंकि उनके काम दिखाई दे रहे हैं। कांग्रेसी स्थानीय प्रत्याशी होने पर ही जीत के दावे कर रही है, क्योंकि इस विधानसभा में केवल बैगा-आदिवासी और किसान ही है, जिनकी आवाज कांग्रेसियों ने उठाई। वहीं उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाते रहे कि मौजूदा सरकार उनकी हितैषी नहीं है। अपने वादे भी पूरे नहीं करते।
पिछले चुनाव का हाल
2013 चुनाव में भाजपा के मोतीराम चंद्रवंशी को मजबूत टक्कर मिली। परिणाम आया तो मोतीराम को 81 हजार 685 वोट मिले थे, मुकाबले में कांग्रेस के लालजी चंद्रवंशी को 74412 मत मिले। जबकि इसके पूर्व यहां पर कांग्रेस और परिसीमन पूर्व भाजपा का कब्जा रहा।
पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर का कहना है कि जनता बदलाव के मूड में है। भाजपा ने वर्ष 2003 में जो वादे किए वह आज तक पूरे नहीं कर सकी। किसानों का एक-एक दाना खरीदने की बात कहीं थी, 15 क्विंटल ही खरीद रहे। भाजपा के शासन में प्रशासन हावी है।