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कवर्धा

रमन कार्यकाल में किसानों का सबसे बुरा हाल, नहीं मिल रही गन्ना बेचने की पर्ची

रमन कार्यकाल में किसानों का सबसे बुरा हाल रमन सरकार को 15 वर्ष हो गए, लेकिन कबीरधाम के किसानों व जनता के लिए कुछ भी नहीं किया

कवर्धाApr 17, 2018 / 03:38 pm

Deepak Sahu

political news

कवर्धा . ग्राम दशरंगपुर में कांगे्रसियों ने किसान महापंचायत के बाहने अपनी ताकत दिखाई। बड़ी संख्या में किसान व ग्रामीण उपस्थित हुए। दशरंगपुर में बड़ी सभा का आयोजन किया गया। सभा में किसानों के मुद्दे को लेकर कांग्रेसियों ने सरकार पर जमकर बरसे।


दशरंगपुर में पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार पुरी तरह भ्रष्टाचार में डुबी है। केंद्र व प्रदेश सरकार केवल झूठ बोलने का काम कर रही है। प्रदेश में कांग्रेस के आंदोलन के बाद मांगे पुरी हो रही है। लोगों को अधिकार मिल रहा है। सरपंचों का पैसा वापस हुआ। मनरेगा में काम का पैसा नहीं मिल रहा है। शौचालय का बनाने का पैसा नहीं दिया गया। चिटफंड कंपनी द्वारा 50 हजार करोड़ का घोटाला हुआ। इसी प्रकार धान, चावल सहित कई घोटाला हुआ जिसमें रमन सिंह और उसके परिवार का नाम सामने आया है।

अपने वादे तक को पुरा नहीं किए अब चुनाव में फिर वादा होगा और प्रदेश के किसानों को ठगने का काम करेंगे। लेकिन इस बार प्रदेश की जनता और किसार रमन सिंह के बातों में नहीं आएंगे। इस बार सबक सिखाना ही होगा। इसके कारण सभी एक होकर कांग्रेस की सरकार बनाने का वचन लिए। दशरंगपुर में पंडरिया विधान सभा के सबसे अधिक किसान व ग्रामीण रहे।


पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी के सर्वे रिपोर्ट व उनके ग्रेडिंग में कवर्धा विधायक अशोक साहू व पंडरिया विधायक मोतीराम चंद्रवंशी को डी ग्रेट मिला है। डी यानी कुछ भी काम नहीं किया है। इसके कारण इस बार फिर इन दोनों विधायक को टिकिट नहीं मिलने वाली है। इस बार फिर डॉ. रमन सिंह दो नए चेहरे लाएंगे और उन्हे वोट देने कहेंगे कि तुम इन्हे मत जानों वोट मुझे देखकर दो। लेकिन कितने बाद ऐसा चलता रहेगा। 15 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद भी कवर्धा जिला के लिए कुछ नहीं किया है।


पूर्व सांसद करुणा शुक्ला ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे 25 साल से राजनीति में है, लेकिन गुजरात का कोई आदमी न तो मोदी को चाय बेचते हुए देखा है और न ही किसी ने उसके हाथ से चाय पी है। मोदी केवल झुठ बोलते हैं। नामांकन फार्म में अविवाहित भरा था, लेकिन सूचना के अधिकारी में जानकारी मांगने पर शादीशुदा होने का दस्तावेज दिए गए। इसी प्रकार मोदी ने वोट मांगने व कुर्सी के लिए मां का नाम लिया है। ऐसे झुठे प्रधानमंत्री आज तक नहीं देखी होगी।

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