परिवार पर ऐसा कहर टूटा की परिवार में पांच बच्चे ही बचे। पिता जेल की हवा खा रहा है तो मां को भगवान ने ही अपने पास बुला लिया। इससे बच्चे बेसहारा हो चुके हैं। अब ये बच्चे अपने भाई बहन से भी अलग हो जाएंगे। बाल सरंक्षण विभाग ने ३ छोटे बच्चों को दत्तक ग्रहण में रहने की तैयारी कर ली है। इसके बाद एक बच्चे को बाल गृह में तो एक बच्ची को बालिका गृह में भेजने की तैयारी कर ली गई है। इस प्रकार अब पांचों भाई बहन अलग हो जाएंगे। समाज में आज भी नशा व अशिक्षा के कारण इस प्रकार की घटना घट रही है। पालक नहीं होने के कारण अब भाई बहन ही एक दूसरे से अलग हो जाएंगे।
वर्सन..
करीब तीन माह पहले पांच बच्चों के पिता ने नशे में अपनी पत्नी की हत्या कर दी। इसके बाद पिता को जेल भेज दिया गया। परिवार में कोई जिम्मेदार नहीं होने के कारण पांचों बच्चे अनाथ हो चुके हैं। दो अतिकुपोषित बच्चों का इलाज किया जा रहा है। तीन बच्चों को दत्तक गृह, एक को बाल व एक को बालिका गृह में रखा जाएगा।
सत्यनारायण राठौर, बाल सरंक्षण अधिकारी, कबीरधाम