डीईओ,सीएस ध्रुव ने कहा शिक्षा के अधिकार के तहत जितना सीट नहीं था। उससे अधिक एडमिशन होली क्रॉस स्कूल ने ले लिया था। इसके कारण उन्हे दो वर्ष तक सभी विद्यार्थियों को नि:शुल्क शिक्षा देना पड़ा। लेकिन अब वे 10 छात्रों को नि:शल्क शिक्षा देने से मना कर रहे हैं। ये बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर सकते हैं या माता पिता चाहे तो फीस देकर कहीं भी पढ़ाई करा सकते हैं।