सर्वे के आधार पर कवर्धा जिले में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। दो दिनों तक चली ताबड़तोड़ जांच में कवर्धा के प्रकाशचंद अजय कुमार बोथरा ज्वैलर्स से 3 करोड़ 1 लाख रुपए सरेंडर कराए गए हैं, जबकि लालचंद संतोषकुमार बोथरा ज्वैलर्स ने 1 करोड़ 38 लाख रुपए सरेंडर किए। इन दोनों फर्मों में आयकर विभाग की 16 सदस्यीय टीम ने बुधवार को दबिश देकर सभी जरूरी दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए।
पहले दिन देर रात तक चली जांच में विभाग को बिलबुक, कैशबुक आदि में विशमताएं मिली। टैक्स न चुकाने के लिए संचालकों की बिलबुक में भी हेरफेर सामने आई, जिसमें मैराथन पूछताछ के बाद विभाग के अधिकारियों ने साबित कर दिया। दोनों ही संचालकों ने विभाग के साथ-साथ खुद भी सरेंडर रकम की पुष्टि की है। दूसरे दिन गुरुवार को शाम 7 बजे कार्रवाई पूरी हुई।
विभाग ने जांच के दौरान इनकी संपत्ति और खर्च के ब्योरा के साथ-साथ पारिवारिक गहरों की पक्की रसीद भी मांगी है। साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर पाने पर यह कार्रवाई की गई। आयकर अधिकारी गणेश्वर मिश्रा ने बताया कि बिल बुक, वेतन सरीखे तमाम पहलूओं में गड़बड़ी सामने आई है। दो ज्वैलर्स ने ४.३९ करोड़ रुपए सरेंडर किए हैं।
कार्रवाई को लेकर लोगों में रही उत्सुकता
आयकर विभाग की 16 सदस्यीय टीम के सर्वे को लेकर लोगों में उत्सुकता रही। लोग सर्वे में क्या मिला, इसकी जानकारी लेने में जुटे रहे। बताना होगा कि जिले में पिछले वर्ष आयकर विभाग की टीम ने ठेकेदार के यहां कार्रवाई की थी। इसके बाद जिले में यह दूसरी कार्रवाई है। जानकारों के अनुसार आय कम दर्शना पाए जाने पर सरेंडर की कार्रवाई होती है। इसमें घोषित आय से फर्म की वास्तविक आय से ज्यादा होने पर दोनों में अंतर सामने आने के बाद फर्म संचालक या आय दर्शाने वाले के लिए राशि सरेंडर करने का प्रावधान है।